अब्दुल वाहिद काकर, ब्यूरो चीफ, धुले (महाराष्ट्र), NIT:

शुक्रवार को विधायक फारुक शाह ने मराठा आरक्षण अनशन स्थल पर भेंट देकर मराठा समुदाय के आरक्षण की हिमायत की उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय मराठा समुदाय के साथ खड़ा है वह इस आरक्षण की मांग का समर्थन करते हैं। निकट भविष्य में सहयोगी विधायकों के साथ मिलकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को स्थाई तौर पर मराठा समुदाय को आरक्षण दिए जाने की वकालत करेंगे इस तरह का आश्वासन दिया। भाजपा मराठा समुदाय की भावनाओं से खिलवाड़ कर रही है।
इस मौके पर विधायक शाह ने राज्य सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया। उन्होंने उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर नाम लिए बिना हमला किया कि आए दिन वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलते हैं लेकिन मराठा समुदाय के आरक्षण की उनके समक्ष नहीं रखते हैं। जब वे विरोध में थे तो कहते थे की हमारी सरकार आने दो मराठों को दो महीनों में ओबीसी आरक्षण का प्रावधान करेंगे किंतु ऐसा कुछ नहीं हुआ।
शिवाजी महाराज के सैनिक उनके अधिकार के आरक्षण के लिए अपनी जान का बलिदान दे रहे हैं किंतु सरकार इस और उदासीन है। भारतीय जाति-ग्रस्त समाज में जाति शोषण का मुख्य स्रोत बनी हुई है। जाति व्यवस्था ने हर जगह निचली जातियों को उचित योग्यता होने के बावजूद अवसरों से वंचित करने का काम किया है।
पिछले कुछ समय से सत्ता और अधिकार मुट्ठी भर ऊंची जातियों के हाथों में केंद्रित हैं। हर बार कोई न कोई कारण बताकर मराठों, धनगर मुसलमानों को आरक्षण देने से सरकार आनाकानी कर रही है।
विधायक शाह ने कहा कि पूरे देश में जातिवार गणना कराकर आरक्षण के मुद्दे का स्थायी समाधान निकाला जा सकता है। भाजपा नेता जिन्होंने कहा था कि हम दो महीने में मराठा आरक्षण देंगे, सत्ता में आने के आधे साल बीतने के बावजूद वे मराठा आरक्षण का मुद्दा नहीं सुलझा सके।
मराठा आरक्षण को लेकर सत्ताधारी बीजेपी हमेशा मराठा समुदाय को ठेंगा दिखाती रही है और जब इस बारे में पूछा जाता है तो प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज और गंभीर आरोप लगा दिए जाते हैं।
इससे पहले करीब पांच साल पहले नवी मुंबई के कामोठे में मराठा मोर्चा के प्रदर्शनकारियों के खिलाफ धारा 307 जैसे गंभीर अपराध दर्ज किए गए थे उस समय भी राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस थे और अब भी राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ही हैं। संघ-भाजपा की कुटिल नीति उजागर हो गयी है वे आंदोलनकारी मराठा युवाओं पर गंभीर अपराध दर्ज कर उन्हें जेल में ठूस कर उनका जीवन बर्बाद कर रहे हैं। विधायक ने इस दौरान सरकार से मांग किया कि 1- ओबीसी आरक्षण को बरकरार रखकर मराठा समुदाय को आरक्षण दिया जाए।
2- जातिवार जनगणना करायी जाये।
3- धनगर-मुसलमानों को भी आरक्षण दिया जाए। इन मांगों को रखते हुए आंदोलन को जनसमर्थन दिया गया।
समर्थन पत्र देते हुए नगरसेवक नासिर पठान, नगरसेवक गनी डॉलर, नगरसेवक सईद बेग, नगरसेवक अमीर पठान, और सकल मराठा समाज के सुधाकर बेंद्रे,भानुदास बगदे , विनोद जगताप भोला वाघ,विकास बाबर, निंबा मराठे संदीप पाटोळे, बाजीराव खैरनार, मनोज भाऊ ढवळे, भैया शिंदे, शुभांगी पाटील, हेमा हेमाडे, राजू इंगळे, अशोक पाटोळे,शाम रायगुडे, राजू काळे, मोहन टकले, विवेक बागुल, विलास ढवळे, अतुल पाटील, प्रदीप भाऊसाहेब जाधव, नानासाहेब कदम, प्रकाश चव्हाण, वीरेंद्र मोरे, अशोक सोडके, गोविंद वाघ, संदीप सूर्यवंशी, उल्हास यादव, पप्पू माने, युवराज मंडले, अर्जुन पाटील, श्रीराम जाधव जितू इथे, संजय पाटील, कैलास मराठे, वामन मोहिते, संजय बगदे, हेमंत जगदाळे, बीए पाटील सर, रवी नागणे, एस बी चव्हाण सर, उज्वल वाळके, किरण मराठे, भानुदास मराठे, तुकाराम बागुल, विनोद रायगडे, कुणाल फरताडे, अशोक तोटे, अनिल बगदे, देवा पवार, शैलेश गायकवाड, आदि मौजूद रहे।