जमशेद आलम, ब्यूरो चीफ, भोपाल (मप्र), NIT:

मध्य प्रदेश शासन की तीन दिवसीय दशहरा की छुट्टी के दिन भी भोपाल नगर निगम के अधिकारी राजस्व और नल जल की वसूली पर दौड़ा रहे हैं एक और कर्मचारियों का परिवार सुबह से इंतजार करता है कि त्योहारों के समय शासन के द्वारा निर्धारित दी गई छुट्टियों में परिवार आनंद सुख में जीवन व्यतीत कर सके लेकिन नगर निगम के जोनल अधिकारियों के दबाव में कर्मचारियों का मानसिक और शारीरिक शोषण लगातार किया जा रहा है जोनल अधिकारियों का मानना है कि अब हमें केवल वसूली पर ध्यान देना है चाहे आप त्यौहार मानो या ना मानो क्योंकि बड़े अधिकारी की कार्यवाही से नौकरी जाने का बड़ा खतरा मंडरा रहा है मध्य प्रदेश शासन के उपसचिव दिलीप कुमार कापसे के पत्र में स्पष्ट है दशहरे की तीन दिन की छुट्टी निश्चित है लेकिन जो नाल अधिकारियों को यह नजर नहीं आ रहा और वह कर्मचारियों का शोषण लगातार कर रहे हैं इस मामले में मानव अधिकार आयोग भी कोई संज्ञान नहीं ले रहा और ना ही अधिकारियों पर नकेल कसी जा रही एक कर्मचारी ने नाम न छापने की बिना पर कहा कि हम बहुत प्रताड़ित हैं हम स्थाई नहीं होने के बावजूद भी शोषण का शिकार हो रहे हैं इस परमाणु अधिकार आयोग को संज्ञान लेना चाहिए श्रम विभाग को संज्ञान लेना चाहिए मगर ऐसा नहीं होता अब हमारे सामने जीवन यापन का बड़ा खतरा मंडरा रहा है जब हम स्वस्थ ना रहेंगे तो नौकरी नहीं कर पाएंगे और नौकरी ना कर पाए तो रोटी कहां से खाएंगे।