मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

श्री कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज ने भी पहली बार परशुराम मंगल भवन में मातारानी विराजित की थी। जहां 9 दिन तक गरबों की धूम रही।
समाज के अध्यक्ष शैलेन्द्र मिश्रा ने बताया कि यह पहला अवसर था जब समाज ने माता विराजित की। उत्सव मनाने का उद्देश्य यही था कि समाजजन एक होकर आनंद उठाए। अंतिम दिन यहां महाआरती के साथ भंडारे का आयोजन भी हुआ।
पांडाल में पंहुची 9 माताएं एक साथ
ब्राम्हण समाज के प्रवक्ता संजय दुबे ने बताया कि नवरात्र के अंतिम दिन महाआरती में कन्याएं एकसाथ 9 देवी के रूपों में पंहुची। देवियों की अगवानी के लिए महिला पुरुषों ने पुष्पवर्षा करते हुए उनकी अगवानी की। नवरात्र उत्सव सफल बनाने में डॉ. आनंद दीक्षित, नन्हे शुक्ला, श्रीकांत अवस्थी, प्रकाश तिवारी, वीरेंद्र मिश्रा, प्रफुल्ल तिवारी, पंडित शैलेन्द्र मिश्रा, पुष्पेंद्र मिश्रा, केतन शुक्ला, छोटू मिश्रा, राकेश तिवारी और महिला सदस्यों में डॉ. अनुपमा दीक्षित, पायल अवस्थी, नूतन दुबे, अमिता शुक्ला, सविता मिश्रा, पिंकी मिश्रा, श्रुती मिश्रा, कविता तिवारी, नेहा तिवारी, संगीता तिवारी, आदि मौजूद थे।