अविनाश द्विवेदी, भिंड ( मप्र ), NIT; भिंड जिले में अवैध रेत उत्खनन चरम पर है। जहाँ आये दिन माफ़ियाओं द्वारा आम लोगों को बेवजह सताया जा रहा है वहीं अवैध रेत लेकर निकलने वाले ओवरलोड वाहनों की वजह से सड़कें खस्ताहाल होती जा रही हैं। जब भी आम जनता द्वारा जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक को शिकायत की जाती है तो कार्यवाही करने के लिए जाने वाली खनिज टीम पर भी ये बेखौफ माफिया हमला कर देते हैं। हालत ये है कि प्रशासन इन अपराधियों के शरणम गच्छामि नज़र आता है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि सिंधु नदी की अवैध खदान बहादुरपुरा- मेंहदा खदान पर छापामार कार्यवाही में 8 ट्रक, एक ट्रैक्टर और एक लोडर रौन थाना पुलिस के द्वारा पकड़ा गया है लेकिन माफ़ियाओं के द्वारा प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को की गई झूठी शिकायतों की वजह से पुलिस कार्यवाही से पीछे हट रही है, भिण्ड पुलिस के थाना प्रभारियों को ये भय है कि कहीं इन माफ़ियाओं के द्वारा अपने राजनैतिक पहुंच और शिकायतों की वजह से उन पर आंच ना आ जाये। जब माफिया ने पुलिस का ये हाल कर दिया है तो आम आदमी का क्या हाल होगा, ये सोचा जा सकता है। इसी विषय को लेकर जिले के एक युवाओं के दल ने जिला पुलिस अधीक्षक को एक ज्ञापन सौंपा गया जिसमें मांग की गई कि पुलिस बिना किसी दवाब के इन माफ़ियाओं पर कार्यवाही करे, इनकी अप्रत्याशित रूप से बढ़ी हुई संपत्ति की जांच की जाए,तथा रेत की काली कमाई से जो इनके द्वारा ट्रक खरीदे गए हैं जोकि रेत के अवैध कार्य मे लगे हुए हैं,उन्हें जप्त कर राजसात की कार्यवाही की जाये।
वर्तमान में भिण्ड की ऐसी दुर्दशा कभी नहीं हुई, जैसी अब इन माफ़ियाओं ने बना दी है। सिंधु नदी का सीना चीरकर ये माफिया अपनी कोठियां बनाने में लगे हुए हैं और पुलिस इन पर कार्यवाही करने से हिचकिचा रही है।
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