अविनाश द्विवेदी, खंडवा (मप्र), NIT; कई लोगों को कहते हुए सुना जाता है कि पुलिस की नौकरी सबसे खराब नौकरी है। यहां पर ना तो ड्यूटी का ठिकाना है और ना ही छुट्टी का। जिसके चलते ज्यादातर पुलिस वाले तनावग्रस्त रहते हैं। वह ना तो अपने परिवार को समय दे पाते हैं और ना ही नाते-रिश्तेदारों को। लेकिन हर जगह ऐसा ही हो यह भी सही नहीं है। यह पुलिस अधिकारी पर निर्भर करता है कि वह कैसी पुलिसिंग कर रहा है। वह खुद को और अपने मातहतों को तनाव में रख कर कार्य कर रहा है या फिर उनके बीच खुशियां बांट कर एक सफल पुलिसिंग का उदाहरण पेश कर रहा है। सभी अधिकारियों का कार्य करने का अलग-अलग तरीका होता है।
लेकिन एक ऐसे भी अधिकारी हैं जिन्होंने पुलिसिंग की परिभाषा ही बदल दी है। वह अधिकारी हैं वर्तमान में खंडवा एसपी नवनीत भसीन। आईपीएस नवनीत भसीन ने पहले भिण्ड में और फिर खंडवा में अपनी बेहतरीन कार्यप्रणाली के जरिए ना सिर्फ जनता के बीच पुलिस की छवि बनाई और जनता का विश्वास पुलिस में बढ़ाया बल्कि अपने महकमे में भी एक उदाहरण बन कर सामने आए। उनका पुलिसिंग का अंदाज ही ऐसा निराला है कि चाहे पीड़ित हो या कोई भी फरियादी हर कोई उनके दरवाजे से न्याय पाकर ही लौटता है। कई अधिकारी जनता के बीच छवि बनाने के लिए अपने महकमे पर ज्यादा हावी हो जाते हैं, ऐसे में जनता का विश्वास तो जीत लेते हैं लेकिन अपने ही लोगों का विश्वास खो देते हैं। वहीं कई अधिकारी अपने लोगों के बीच अच्छे बने रहते हैं परंतु जनता का विश्वास हासिल करने में असफल रहते हैं। लेकिन इसके विपरीत नवनीत भसीन दोनों के बीच सामंजस्य बैठाते हुए जहां एक ओर जनता का विश्वास जीतने में कामयाब रहे हैं, तो वहीं उन्होंने अपने महकमे में भी सभी का दिल जीता है। इसका ताजा उदाहरण देखने को मिला है, खंडवा में गणेश विसर्जन के दौरान और उसके बाद। खंडवा में पिछले 15 सालों में पहली बार बिना किसी उपद्रव के चल समारोह निकला। जिसकी खुशी खंडवा एसपी ने इस को सफल बनाने वाले अपने महकमे के साथ बांटी। उन्होंने सभी पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए पुलिस वेल्फेयर डे का आयोजन किया, जिसमें सभी को अपने अपने तरीके से खुशी मनाने की छूट दी गई है। किसी ने खेल खेले, तो किसी ने गाना गाया, वहीं कई पुलिस वाले डांस की मस्ती में डूबे नजर आए। कई लोगों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लिया और फिर एसपी ने सभी के साथ खाना खाया। सभी पुलिसकर्मी बेहद ही खुश थे क्योंकि उनके जीवन के कार्यकाल में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था, जो उन्होंने पहली बार महसूस किया। उन्हें भी लगा कि वह भी खुशी मना सकते हैं और इसके लिए सभी ने खुले दिल से अपने अधिकारी नवनीत भसीन की तारीफ की। त्यौहार के दौरान ड्यूटी में हुई थकावट पल भर में ही छू मंतर हो गई। खंडवा ही नहीं इससे पहले भिंड में भी एसपी नवनीत भसीन ने अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। जिसके लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है।
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