मुबारक अली, ब्यूरो चीफ, शाहजहांपुर (यूपी), NIT:

मरहबा या फुस्तफा की सदाओं से खुश गवार हुई शहर की फिजाएं। तहरीक दावत ए इस्लामी हिंद के तहत जुलूस मीलाद को स्टेशन वाली नूरी मस्जिद से शहर इमाम हुज़ूर अहमद मंजरी साहब ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इससे पहले, रीबा मैरिज लॉन में एक जलसा मुनक्किद किया गया, जिसमें हुजूर अहमद मंजरी ने कहा कि नबी-ए-करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम हमारे मोहसिने आज़म हैं और नबी की मोहब्बत ईमान के लिए ज़रूरी है।
हाफिज अनीस अत्तारी ने लोगों को जुलूस के आदाब बताए और कहा हमारा किरदार ऐसा हो कि दूसरों को प्रेरणा मिले। लोगों ने कतारों में लगकर मुकद्दस तबर्रुकात की जियारत की। ज़ियारत करने वालों का सुबह फजर के बाद से ही तांता लग गया और कतार लंबी होते-होते छोटी लाइन तक पहुंच गई। ज़ियारत का सिलसिला जुलूस रवाना होने तक जारी रहा।
हाफिज अनीस अत्तारी की निगरानी में जुलूस अलग-अलग मकामात से होता हुआ अंटा चौराहा में कटहल वाली मस्जिद के पास पहुंचा। जुलूस में हजारों लोग हाथों में सब्ज सब्ज़ परचम लिए सरकार की आमद मरहबा, आका की आमद मरहबा की सदाए बुलंद करते और नाते रसूल गुनगुनाते चल रहे थे। जलालनगर बजरिया, बस स्टैंड, टाउनहॉल वाली मस्जिद, लाल इमली चौराहा, झंडा कलां, घंटाघर, आदि कई मकामात पर जुलूस का ख़ैरमकदम किया गया। और लोगो ने लंगर वगैरह तकसीम किया।
जुलुस के समापन से पहले एडीएम, एसपी सिटी, LIU प्रभारी, CO CITY, थाना सदर बाजार प्रभारी, आदि प्रशासनिक अधिकारियों को सम्मति किया। हाफिज अनीस अत्तारी ने आखिर में अल्लाह पाक का शुक्र अदा किया और दुआ के साथ जुलूस का समापन हुआ।
जुलूस में खास तौर पर आने जाने वाले मुसाफिरों का विशेष ख़याल रखा गया, और रास्ते में पड़ने वाले मंदिरों के पास ख़ास लोगों को तैनात किया गया था।
इस मौके पर तनवीर खाँ, शाहिद अनवर कुरैशी, अशफाक उल्ला खाँ, राहत अली खाँ, सैय्यद कासिम रजा, गुलाम गौस खाँ, अब्दुल कादिर खाँ, हाजी वसीम खाँ, तारिक सिद्दीकी, एम एच खान, फारूक अली खाँ, दानिश अली खाँ, नवेद खाँ, हाफिज जीशान, सैय्यद असलम, इरशाद एडवोकेट, मोहम्मद इमरान खाँ, मोहम्मद सुहैल, मोहम्मद नदीम, फरहत अत्तारी, मोहम्मद फैजान, मोहम्मद सलमान, रफ्फन खाँ, आमिर, फूल, शानू, और अन्य लोगों ने सहयोग किया।