झाबुआ माछलिया के कड़कनाथ मुर्गा-मुर्गी ने पूणे में जीता द्वितीय पुरुस्कार | New India Times

रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी/ जिया उल हक कादरी, झाबुआ (मप्र), NIT:

झाबुआ ज़िले के माछलिया ग्राम में एचडीएफ सी बैंक परिवर्तन पहल के तहत क्रियान्वित की जा रही एच आर डी पी परियोजना के अंतर्गत बाएफ लाइव्लीहुड्स मध्य प्रदेश के तकनीकी मार्गदर्शन में गणेश महिला स्वयं सहायता समूह ने गत 1 वर्ष से कड़कनाथ हैचरी इकाई का संचालन सफलता पूर्वक किया जा रहा है। हैचरी इकाई में 160 से अधिक परिवार को अण्डे उपलब्ध कराकर चूजों का विक्रय का कार्य क्षेत्र में कर रहे है।

बाएफ द्वारा अपने स्थापना दिवस के अवसर पर देश में उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वयं सहायता समूहों को प्रोत्साहित करते आया है।
इस वर्ष कड़कनाथ इकाई ने सभी को पिछे रखते हुए द्वितीय स्थान प्राप्त कर पुरुस्कार प्राप्त किया।

बाएफ पुणे में सम्पन्न स्थापना दिवस समारोह में 14 प्रदेशों से चयनित विभिन्न श्रेणीयों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया। यह पुरुस्कार प्राप्त करते हुए कड़कनाथ इकाई की सचिव श्रीमती श्यामबाई पति कमलसिंह मोरी द्वारा अपने अनुभव सांझा किए गए तथा अपने समूह के अन्य सदस्य श्रीमती सुन्नीबाई, श्रीमती लालीबाई तथा श्रीमती झीताबाई ने अपनी लोकल भाषा में मंच पर गीत प्रस्तुत कर सभी को मनमोहित किया। पुरुस्कार प्राप्त करने के दौरान क्लस्टर लीडर डी.एन. बैरागी ने पुणे में उपस्थित होकर उनका मनोबल बढ़ाया।

परियोजना क्षेत्र के ग्राम सेमलखेड़ी में बाएफ का 57वां स्थापना दिवस मनाया गया। जिसमें प्रातः 8:30 बजे ग्राम में प्रभात फेरी निकाली गई। इस प्रभात फेरी के माध्यम से सभी ग्राम वासियों को नारो के माध्यम से स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा तथा कृषि तकनीक के प्रचार प्रसार जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर संदेश देते हुए किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें ग्रामीणों द्वारा बाएफ के परियोजना अधिकारी शशांक सिंह राजपूत, जिला कार्यक्रम अधिकारी कन्हैया गावंडे तथा सोमला गामड़ को मुख्य अतिथि के रुप में आमन्त्रित कर उनके द्वारा मां सरस्वती का पूजन और स्वर्गीय डॉ. मणिभाई देसाई को माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया।

इसके पश्चात प्रतिभागियों द्वारा स्वर्गीय डॉ मणिभाई देसाई के जीवन परिचय के बारे में और बाएफ की स्थापना और ग्रामीण क्षेत्र के विकास के लिए किए गए प्रयासों और क्षेत्र में चल रहीं परियोजनाओं और नवीन कृषि तकनीको, कड़कनाथ मुर्गीपालन, जल संरक्षण, मृदा संरक्षण और रोजगार उन्मूखी गतिविधियों, गांव में लाभान्वित किसानों और बाएफ द्वारा किए जा रहें सराहनीय कार्यों जैसे विषयों पर अधिकारियों के समक्ष चर्चा की गई।

इस अवसर पर ग्राम सेमलखेडी झरनिया, रामा और भूतेड़ी के ग्राम वासी बाएफ स्टाफ, सीआरपी, महिला किसान व अन्य उपस्थित रहे।


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