अबरार अली, ब्यूरो चीफ, सिद्धार्थनगर (यूपी), NIT:
इटवा तहसील क्षेत्र स्थित पूर्व मंत्री डॉ० सतीश द्विवेदी जी के कार्यलय पर पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी के पुण्यतिथि पर उनकेे चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर एवं जीवनी एवं विचारों के बारे में लोगों के बीच उद्बोधन किया गया. मंडल अध्यक्ष दीपनरायन त्रिपाठी ने कहा कि गरीब और दलित लोगों की आवाज, राष्ट्रवादी नेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की आज 25 सितंबर 2022 को 160वीं जयंती है। भारतीय राजनीति के इतिहास में प्रमुख व्यक्तित्वों में से एक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती को हर साल अंत्योदय दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
25 सितंबर, 2022 की तारीख को हमारा देश महान नेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के रूप में मनाता है। दीनदयाल उपाध्याय को भारत में गरीब-दलितों की आवाज भी कहा जाता था। उनका सपना था कि देश की हर जन कल्याणकारी योजना का लक्ष्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है। बताते चलें कि आगे आई टी सेल संयोजक शिवा विश्वकर्मा ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितम्बर 1916 को हुआ था। पिता का नाम भगवती प्रसाद उपाध्याय और माता का नाम रामप्यारी था। हालांकि, जब वह 08 साल के ही थे तो उनकी माता-पिता दोनों का ही निधन हो गया। इसके बाद उनके मामा ने उनका ध्यान रखा। अपनी शिक्षा के दौरान ही वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सम्पर्क में आए। वह आगे चलकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के विचारक और भारतीय जन संघ (BJS) के सह-संस्थापक भी बने.
पंडित दीन दयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर प्रधानमंत्री के मन की बात भी सुना गया. अध्यक्ष दीपनरायन त्रिपाठी, जिला मंत्री कृष्ण मिश्र, रामजी मौर्या, आई टी सेल संयोजक शिवा विश्वकर्मा, दुर्गेश जयसवाल एवं समस्त भाजपा परिवार के लोग मौजूद रहे.
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