त्रिवेंद्र जाट, देवरी/सागर (मप्र), NIT:

मध्य प्रदेश शासन के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा पूरे प्रदेश में जिला, नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र में खेल प्रतिभाओं को उभारने के लिए विभिन्न प्रकार की शासन की योजनाओं के तहत खेल विभाग द्वारा कई प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं जिससे शहर के साथ ग्राम स्तर पर भी खेल प्रतिभा के माध्यम से खिलाड़ी उभर कर सामने आएं जिसके प्रयास के लिए मध्य प्रदेश शासन के मुख्यमंत्री एवं खेल विभाग के मंत्री द्वारा करोड़ों अरबों रुपए की राशि का उपयोग कर पूरे मध्यप्रदेश में कबड्डी टूर्नामेंट, क्रिकेट टूर्नामेंट, शतरंज टूर्नामेंट, बाली बाल टूर्नामेंट आदि कई प्रकार की प्रतियोगिताएं प्रत्येक वर्ष पूरे मध्य प्रदेश भर में विधानसभा स्तरीय आयोजित की जाती हैं जिसमें वर्ष 2022 में मध्यप्रदेश शासन द्वारा मध्य प्रदेश की पूरी विधानसभाओं में प्रशासनिक प्रतियोगिता कबड्डी आयोजित की गई है जिसमें शासन द्वारा तथा मुख्यमंत्री एवं खेल मंत्री द्वारा निर्देश भी जारी किए गए हैं की प्रत्येक विधानसभा स्तर की प्रतियोगिता में वहां का प्रशासनिक अमला उपस्थित रहकर पूरी प्रतियोगिता आयोजन में व्यवस्था कर सहयोग करेगा यदि कहीं भी प्रशासन अमला लापरवाही करता है तो वहां के प्रशासनिक अमला के अधिकारी कर्मचारियों पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं.
लिखितआदेश के बाद भी देवरी के प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी रहे अनुपस्थित मध्य प्रदेश शासन के मुख्यमंत्री के आदेशों की उड़ाई खुली धज्जियां जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने साधी चुप्पी

मगर देखा जाए तो मध्य प्रदेश के सागर जिले में देवरी विधानसभा में भी मध्य प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री एवं शासन के निर्देशानुसार प्रति वर्ष के अनुसार इस वर्ष भी दिन गुरुवार को विधायक कप कबड्डी बालक बालिका प्रतियोगिता का का शासन द्वारा आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ देवरी क्षेत्र के जनप्रतिनिधि विधायक हर्ष यादव द्वारा अपने कार्यकर्ताओं के साथ किया गया. मगर देवरी प्रशासन के अधिकारियों एवं क्षेत्रीय विधायक के द्वारा समय पहले ली गई बैठक में शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, बिजली विभाग, नगर पालिका, जनपद पंचायत, कृषि उपज मंडी, थाना देवरी, पीडब्ल्यूडी विभाग, राजस्व विभाग आदि विभागों को बैठक में लिखित आदेश के साथ निर्देश दिए गए थे की कबड्डी प्रतियोगिता में व्यवस्था एवं प्रतियोगिता को सफल बनाने में समस्त विभाग सहयोग प्रदान करेंगे जिससे मध्यप्रदेश शासन की आयोजित प्रतियोगिता को सफल बनाया जा सके मगर देखने को कुछ और मिला जहां पर दिन गुरुवार को प्रतियोगिता के शुभारंभ दौरान आयोजन स्थल पर स्वास्थ्य विभाग अनुपस्थित दिखा. इस स्थिति में किसी भी बालक बालिका के साथ कोई घटना घटित होती है तो क्या स्वास्थ्य विभाग इसकी जिम्मेदारी अपने ऊपर लेगा यदि नहीं तो ऐसे लापरवाह स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारियों पर वरिष्ठ अधिकारी कार्रवाई करने की हिम्मत दिखाएंगे? वहीं पीडब्ल्यूडी विभाग जनपद पंचायत विभाग राजस्व विभाग बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी अनुपस्थित दिखे व मध्य प्रदेश शासन के मुख्यमंत्री द्वारा तथा खेल विभाग के मंत्री द्वारा आयोजित प्रतियोगिता को ही पलीता लगाते हुए शासन की योजना की खुली धज्जियां उड़ाते नजर आए. व्यवस्था में मात्र बिजली विभाग द्वारा व्यवस्था की गई. शासन की कबड्डी प्रतियोगिता एवं मुख्यमंत्री के निर्देशों की धज्जियां उड़ाने पर सागर जिले के वरिष्ठ अधिकारी देवरी के प्रशासनिक अधिकारियों पर उनकी लापरवाही पर क्या कार्रवाई करते हैं आगे देखना बाकी है या चुप्पी साध कर बैठ जाते हैं जो जो ग्रामीण एवं नगर के बालक बालिकाओं की उभरती प्रतिभाओं का हक छीनने का काम कर राजनीति करते नजर आ रहे हैं.
शिक्षा विभाग के करीब 12 शिक्षकों की जनपद द्वारा लगाई गई शासन की कबड्डी प्रतियोगिता में व्यवस्था को लेकर ड्यूटी उपस्थित रहे मात्र 5 शिक्षक बाकी शिक्षकों ने मुख्यमंत्री एवं शासन की प्रतियोगिता का अनुपस्थित रहकर किया खुला बहिष्कार
विधानसभा स्तरीय विधायक कप बालक बालिका कबड्डी प्रतियोगिता शुभारंभ के पहले विधायक एवं विधानसभा के प्रशासनिक अमले के साथ बैठक आयोजित की गई थी जिसमें लिखित रूप से जनपद पंचायत देवरी एवं केसली सी ई ओ द्वारा शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी जिसमें करीब 12 शिक्षक की ड्यूटी लगाकर प्रतियोगिता में सहयोग करने के निर्देश दिए गए थे मगर शुभारंभ के दिन सिर्फ 5 शिक्षक रूपक रिछारिया भवानी प्रसाद लोधी नितिन स्वामी रामनरेश साहू पवन मेहरा नरेश मिश्रा उपस्थित रहे बाकी शिक्षकों में जिनने शासन की आयोजित प्रतियोगिता का ही बहिष्कार कर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश की खुली धज्जियां उड़ाते हुए अनुपस्थित रहे जिनमें अनुपस्थित शिक्षकों में शिवकुमार तिवारी अवधेश किरार प्रहलाद लोधी वीरेंद्र जैन मनोज दुबे दीपक नामदेव प्रमोद चौबे संदीप पांडे आदि शिक्षक अपनी मनमर्जी से अनुपस्थित देखे गए अब देखना बाकी यह है कि वरिष्ठ अधिकारी इन पर क्या कार्रवाई करते हैं या चुप्पी साध कर बैठ जाते हैं जबकि प्रशासन तथा मध्य प्रदेश सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री एवं खेल मंत्री के आदेशों की भी खुली धज्जियां उड़ाई हैं.
सागर जिले में 6 विधानसभाओं में जिले से लेकर तहसील के प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी प्रतियोगिता में हुए शामिल देवरी बंदा में प्रशासनिक कर्मचारी अधिकारियों मैं दूरी बना कर दिखाया कांग्रेस विधायकों के विधानसभा क्षेत्र में भेदभाव पूर्ण रवैया
मध्यप्रदेश शासन द्वारा आयोजित खेल प्रतियोगिता जो कि मध्य प्रदेश भर में प्रत्येक विधानसभा में आयोजित की जा रही है जिसमें मंत्री वाले क्षेत्रों में तहसील से लेकर जिले के प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी व्यवस्था में लगे हुए नजर आ रहे हैं वही सत्ताधारी विधायकों के क्षेत्र में तहसील के प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी प्रतियोगिता में पूर्ण रूप से शामिल होकर प्रतियोगिता को सफल बनाने में पूरी ताकत लगा दे नजर आ रहे हैं जिससे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं खेल मंत्री का सपना पूरा कर उनके आदेशों का पालन हो सके वही सागर जिले की प्रशासनिक व्यवस्था पर देवरी एवं बंडा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस विधायक होने के कारण जिले से लेकर तहसील स्तर के प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारियों ने मध्य प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही प्रतियोगिता मैं ही दूरी बनाकर कांग्रेस विधानसभा क्षेत्रों में जिले से लेकर तहसील स्तर के अधिकारी कर्मचारी भेदभाव पूर्ण रवैया दिखाते नजर आ रहे हैं जिसकी बंडा एवं देवरी क्षेत्र के ग्रामीण एवं नगर की जनता ने घोर निंदा की वहीं प्रतियोगिता मैं उपस्थित ग्राम एवं नगर खिलाड़ियों ने ने भी देवरी के प्रशासनिक अधिकारियों पर प्रश्नचिन्ह खड़ा किया साथ ही कहा कि खेल में अब राजनीति का नजरिया देखने मिलने लगा है जबकि सरकार की ही प्रतियोगिता आयोजित की गई थी लेकिन प्रशासनिक अमले द्वारा प्रतियोगिता आयोजन पर व्यवस्थाएं देखने नहीं मिली ना ही सही तरीके से पुलिस व्यवस्था देखने मिली ना ही शिक्षा विभाग द्वारा कोई व्यवस्था देखी गई नाही नगर पालिका के कर्मचारियों द्वारा एवं पंचायत के कर्मचारियों द्वारा बालक बालिकाओं एवं दर्शकों के लिए बैठने तथा गर्मी में पानी पीने आदि व्यवस्थाएं व्यवस्थित तरीके से नहीं की गई ऐसी स्थिति में मध्य प्रदेश सरकार के मुखिया एवं खेल मंत्री तथा सागर जिले के प्रभारी मंत्री ऐसे लापरवाह अधिकारियों कर्मचारियों पर क्या कार्यवाही करते हैं यह देखना बाकी है या अपने ही सरकार द्वारा की आयोजित प्रतियोगिता को ही ध्वस्त करने में लगे अधिकारियों को ही संरक्षण देते नजर आते हैं.
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