मो. मुजम्मिल, जुन्नारदेव/छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:
जुन्नारदेव वासियों को छिंदवाड़ा सहित शहर से जब भी कहीं बाहर जाना होता था, रेलवे क्रासिंग हमेशा उनके रास्ते में बाधा उतपन्न करती थी। कई बार जरूरी काम से शीघ्रता से बाहर जाने वालों को घण्टों यहाँ इंतजार करना पड़ता था। कई बार बुजुर्ग, महिलाओं, बच्चों एवं बीमार लोगों को रेलवे क्रासिंग से और परेशान होना पड़ता था। स्कूल, तहसील, न्यायालय, कार्यालय, अस्पताल एवं अपने व्यापार के लिए आवागमन करने वालों को दिन में कई बार तकलीफों का सामना करना पड़ता था। क्षेत्र के लोगों ने कई बार रेलवे ब्रिज को बनाए जाने की मांग जनप्रतिनिधियों से की किंतु हर बार उन्हें निराशा ही हाथ लगी। जब मैं भी यहाँ से विधानसभा का चुनाव लड़ने आया तब यहाँ के लोगों ने मेरे सामने भी यह मांग रखी। तब मैंने एवं मेरे साथियों ने क्षेत्रवासियों को यह वचन दिया था कि अगर उन्होंने मुझे अपना आशिर्वाद दिया एवं मध्यप्रदेश में काँग्रेस पार्टी की सरकार बनी तो मैं इस रेल्वे क्रासिंग पर ओव्हर ब्रिज बनवाने में जुन्नारदेव वासियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रयास करूंगा। क्षेत्र के लोगों के आशिर्वाद से मैं विधायक बना, मध्यप्रदेश में काँग्रेस पार्टी की सरकार बनी और माननीय कमलनाथ जी मुख्यमंत्री बने। क्षेत्र की इस महत्वपूर्ण मांग को लेकर मैंने बगैर देर करे तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ से चर्चा की एवं कुछ ही महीनों के पश्चात माननीय नकुलनाथ जी सांसद बन गए तब मैंने उन्हें भी इस समस्या से अवगत कराया। माननीय कमलनाथ जी का छिंदवाड़ा के लिए प्रेम एवं माननीय नकुलनाथ का मेरे प्रति स्नेह मेरे लिए वरदान बन गया। तत्कालीन मुख्यमंत्री माननीय कमलनाथ जी के निर्देश पर अधिकारियों ने तत्काल ही कार्यवाही शुरू कर दी। तब प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनने से लेकर तकनीकी स्वीकृतियों का दौर शुरू हो गया। उसी का नतीजा है कि 150 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले जुन्नारदेव की रेलवे क्रासिंग पर ओव्हर ब्रिज सहित तामिया से जुन्नारदेव चर्च तक टू लेन चमचमाती सड़क की निविदा (टेंडर) लग चुकी है। उक्त बातें विधायक सुनील उइके ने काँग्रेस कार्यालय जुन्नारदेव में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कही। आगे श्री उइके ने कहा कि चूंकि रेल्वे ओव्हर ब्रिज बनना कोई आसान काम नही था इसके लिए नागपुर सहित रेल्वे मुख्यालय मुंबई की अनुमति भी लेना आवश्यक था, साथ ही फंड की व्यवस्था कहाँ से होगी इसका भी इंतजाम किया जाना था। माननीय कमलनाथ जी के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग द्वारा एडीबी बैंक से वित्तीय मदद का अनुरोध किया गया तथा एडीबी बैंक ने 100 प्रतिशत लागत देने की अनुशंसा की, अनुशंसा के बाद रेल्वे से अनुमति लेने की प्रक्रिया प्रारंभ हुई। इसके लिये मैं स्वयं कई बार रेल्वे के मंडल कार्यालय नागपुर एवं रेल्वे मुख्यालय मुंबई तक गया और हाथों हाथ सैद्वांतिक स्वीकृति और फाईनल एप्रुवल लेकर आया।
तत्कालीन कमलनाथ सरकार में हुए विभिन्न शासकीय पत्राचारों में तथा फाईनल एप्रुवल में सुनील उईके के पत्र का उल्लेख होना दर्शाता है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं सांसद नकुलनाथ के प्रयासों से विधायक सुनील उईके ने 150 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले फ्लाई ओव्हर एवं चमचमाती टू लेन सडक की स्वीकृति दिलाकर क्षेत्र को एक बड़ी सौगात दिलाने में सफलता अर्जित की है.
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुये सुनील उईके ने विभिन्न पत्राचार दिखाये जिसमें विधायक बनने के 2 माह बाद ही सर्वप्रथम मार्च 2019 में उनके द्वारा तत्कालीन मुख्य्मंत्री कमलनाथ को लिखा गया पत्र, मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा लोक निर्माण विभाग को भेजी गई नोट-शीट, और शासन की प्रारंभिक स्वीकृति से लेकर अंतिम स्वीकृति और टेन्डर तक के दस्तावेज प्रमुख है। सुनील उईके ने इस प्रोजेक्ट (परियोजना) के बारे में बताते हुए कहा कि इस प्रोजेक्ट (परियोजना) का निर्माण तामिया के टी पाईन्ट से प्रारंभ होकर जुन्नारदेव के चर्च तिराहा तक 2 लेन सडक निर्माण के रूप में किया जायेगा, साथ ही इस मार्ग पर पडने वाले रेल्वे क्रासिंग में फ्लाई ओव्हर का निर्माण भी किया जायेगा। इस परियोजना की लागत 149.56 करोड रूपये आंकी गई है और साथ ही एमपी रोड डेवलप्मेन्ट कॉर्पोरेशन द्वारा सडक ऊँचा तथा ओव्हर ब्रिज का निर्माण किया जायेगा। आगामी कुछ माह में ही टेन्डर की स्वीकृति मिल जाने की संभावना है। टेन्डर की स्वीकृति मिलने के कुछ माह बाद ही धरातल पर कार्य प्रारंभ हो सकेगा।
विधायक श्री उईके ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि का श्रेय पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं सांसद नकुलनाथ के साथ साथ जुन्नारदेव की जनता को भी दिया है। उन्होंने कहा कि आपके अमूल्य आशीर्वाद से ही मैं विधायक बना हूँ और इसी का नतीजा है कि आज मैं आप के लिए कुछ कर सका। आपके इसी भरोसे एवं आशीर्वाद से मैं संकल्पित होकर आपकीं सेवा करते हुए क्षेत्र की बेहतरी के लिए रात दिन कड़ा परिश्रम करते रहूंगा।
जुन्नारदेव की बहुप्रतीक्षित मांग के पूरे होने पर विधायक द्वारा प्रेस कांफ्रेंस करने का समाचार प्राप्त होते ही पार्टी पदाधिकारियों में खुशी की लहर दौड़ गई। तत्काल ही उन्होंने काँग्रेस कार्यालय पहुँचकर विधायक को माला पहनाकर मुँह मीठा कराकर ढोल बाजे के साथ स्वागत किया।
प्रेसवार्ता में ये रहे उपस्थित :- ब्लाक समन्वयक अमरदीप राय, ब्लाक काँग्रेस अध्यक्ष घनश्याम तिवारी, पूर्व ब्लाक अध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा, वरिष्ठ काँग्रेस नेता प्रदीप शर्मा, नगर अध्यक्ष सुधीर लदरे, अनिल मिगलानी, आर के बैग क्षेत्रीय अध्यक्ष अरुण साहू, हेमराज पवार, बी एल तागड़ी, जीतेन्द्र अग्रवाल, नवीद सिद्दीकी, उपेंद्र शर्मा, सेवादल अध्यक्ष घनश्याम बरखाने, गामा जैन, श्याम यदुवंशी, युवा कांग्रेस अध्यक्ष अंकित राय, यशदीप साहू, प्रभु साहू, योगेश नागेश
प्रोजेक्ट हाईलाईट्स
• तामिया से जुन्नारदेव चर्च तिराहे तक बनेगी 2 लेन सडक
• रेल्वे क्रासिंग पर ओव्हर ब्रिज का भी होगा निर्माण
• 149 करोड 56 लाख है प्रोजेक्ट की लागत
• मध्यप्रदेश रोड डेव्ह्पमेंट कॉर्पोरेशन ने जारी किया टेण्डर
• ADB बैंक द्वारा प्रदाय फंड से होगा फ्लाई ओव्हर और सडक का निर्माण
• कमलनाथ सरकार के कार्यालय में स्वीकृत हुआ था फण्ड
प्रोजेक्ट टाईमलाइन…
• 7 जनवरी 2019 को सुनील उईके ने ली विधायक पद की शपथ
• 9 मार्च 2019 को फ्लाई ओव्हर निर्माण के लिए लिख मुख्यमंत्री को पत्र।
• पत्र के साथ ही प्रेषित की प्रोजेक्ट की सम्पूर्ण रूप रेखा।
• सुनील उईके के पत्र पर कार्यवाही करते हुये मुख्यमंत्री कार्यालय ने लोक निर्माण को 27 मई 2019 में दिए कार्यवाही के निर्देश।
• 28 मई को ही पीडब्लूडी विभाग ने प्रमुख अभियंता से प्रस्ताव बुलवाया।
• 15 जुलाई 2019 को एसडीओ, पीडब्लूडी छिन्दवाडा द्वारा प्रथम प्राक्कलन (इस्टीमेट) और विभागीय टीप शासन को भेजी।
• विभागीय टीप में भी सुनील उईके के 9 मार्च को लिखे पत्र का उल्लेख है।
• 26 सितम्बर 2019 को एमपीआरडीसी ने लायन कंसलटेंसी कम्पनी को डीटेल ड्राइंग और प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने के सम्बंध में पत्र लिखा।
• 06 नवम्ब र 2019 को कमलनाथ सरकार के कार्यालय में ही कलेक्टर छिन्दवाडा के न्यायालय द्वारा ओवर ब्रिज निर्माण के लिए अनापत्ति प्रमाण- पत्र जारी किया।
• 14 नवम्बर 2019 को रेल्वे के डीआरएम को ब्रिज की ड्राइंग स्वीकृति के लिए भेजी गई।
• इसी पत्र के द्वारा बताया गया कि ब्रिज का निर्माण 100 प्रतिशत राज्य शासन के फण्ड से ADB बैंक द्वारा प्रदाय फंड से किया जायेगा।
• 29/11/2019 को विधायक सुनील उईके रेल्वे की अनापत्ति लेने स्वंय मुंबई गए।
• 29/11/2019 को ही रेल्वे मुख्यालय द्वारा सैद्वांतिक सहमति जारी की गई।
• 20/10/2020 को रेल्वे की टीम द्वारा पूर्ण सहमति के लिए भूमि का संयुक्त निरीक्षण किया गया। संयुक्त निरीक्षण दल द्वारा विधायक कार्यालय में ही बैठक भी की गई।
• मार्च 2021 में कुछ अडचने आने पर सुनील उईके पुन: रेल्वे मुख्यालय मुंबई गए और अधिकारियों से चर्चा की।
• 24 मार्च 2021 को रेल्वे द्वारा फाईनल एप्रूवल दिया गया, और इसकी सूचना सुनील उईके के सरकारी मेल आईडी पर दी।
• रेल्वे की एप्रेुवल के बाद लगतार विधायक भोपाल में सक्रिय रहे और परिणामस्वरूप 28 सितम्बर 2021 को ओव्हर ब्रिज और सडक निर्माण के लिए फाइनल टेण्डर जारी कर दिया गया।
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