विवेक जैन, बागपत (यूपी), NIT:
2011 बैच के आईपीएस अधिकारी अभिषेक सिंह की उत्तर प्रदेश पुलिस के जांबाज अधिकारियों में गिनती होती है। इनकी जिन्दगी में एक समय वो था जब पढ़ाई की फीस तक के पैसे ना होने के बाबजूद इन्होंने हिम्मत नहीं हारी और लोन लेकर अपनी मेकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई को पूरा किया। देशभक्ति से ओत-प्रोत इस शख्स ने देशसेवा की खातिर 2009 में आस्ट्रेलिया स्थित एक बड़ी कम्पनी की लाखों रूपये की जॉब छोड़ दी और विदेश से हिन्दुस्तान वापस आ गये। एक ही वर्ष में कैट और यूपीएससी की परीक्षा पास की और देश की सेवा के लिये इंड़ियन पुलिस सर्विस को ज्वाइन कर लिया।
लखनऊ एसटीएफ के एसएसपी रहे हों या फिर प्रतापगढ़ के एसपी इन्होंने कई दुर्दांत अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया। बागपत एसपी के रूप में इनका कार्यकाल शानदार रहा। चाहे इनके अपने पुलिस विभाग के लोग हों या अन्य लोग, गलती होने पर इन्होंने कभी भी कानून व्यवस्था से समझौता नहीं किया। कोरोना की दूसरी जानलेवा लहर में भी अपने जीवन की चिंता ना करते हुए बागपत की जनता के लिये 24 घंटे काम करते रहे और जिस समय पूरे देश में आक्सीजन की भारी किल्लत थी उस समय बागपत वासियों को लाखों रूपये की आक्सीजन कंसंट्रेटर जैसी जीवनदायनी मशीनें दान दी।
हर शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कार्य किया और देशहित में कभी भी समझौता नहीं किया। उन्होंने जिला पंचायत चुनाव 2021 शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने में अहम योगदान दिया। इनकी कार्यशैली को देखते हुए विभाग ने उन्हें बड़ी ही अहम जिम्मेदारी सौंपते हुए लखनऊ एटीएस का एसपी नियुक्त किया है। अपराध नियंत्रण और अपराधियों के खिलाफ चलाए अभियानों में अभिषेक सिंह की कार्यशैली प्रशंसनीय रही है।
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