बैंकों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ रही हैं धज्जियां | New India Times

गणेश मौर्य, ब्यूरो चीफ, अंबेडकरनगर (यूपी), NIT:

बैंकों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ रही हैं धज्जियां | New India Times

कोरोना की दूसरी लहर से बैंकिंग सेवाएं भी लड़खड़ा गई हैं, सभी बैंकों की शाखाओं में बैंक कर्मचारी करोना पाॅजिटिव निकल रहे हैं उसके बावजूद भी प्रशासन गंभीर नहीं है. शहजादपुर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के बाहर इस कोरोना काल में जमकर भीड़ देखने को मिल रही है, यहाँ कहीं भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहींं हो रहा है. बैंकिंग लेनदेन का काम दो बजे तक होने से दो घंटे कम हो गए हैं जिससे बैंकों में भी भीड़ पहले से अधिक नजर आने लगी है। हर बैंक शाखा में दो से तीन कर्मचारी कोरोना महामारी से पीड़ित हैं। पहले से ही बैंकाें में स्टाफ कम था लेकिन अब कोरोना ने बैंकिंग के कामकाज पर असर डाला है। जिले में कई बैंक शाखाओं के कर्मचारी कोरोना पाजिटिव हैं। दो बजे तक भी भीड़ नहीं छंट रही है और बैंक अधिकारी भी अब तो स्वीकारने से गुरेज नहीं कर रहे हैं कि कोरोना महामारी के बीच बैंकों को चलाना मुश्किल हो गया है। दो बजे तक बैंकिंग होने से ग्राहकों को अगले दिन बैंकाें में आना पड़ रहा है। पहले चार बजे तक लेनदेन होता था लेकिन इन दिनों सभी बैंकों में दो बजे तक आम ग्राहकों के लिए लेनदेन हो रहा है और दोपहर दो से चार बजे तक बैंक कर्मचारी लेनदेन का लेखाजोखा मेनटेन करेंगे। अंबेडकर नगर जनपद के बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखाओं में सबसे अधिक कर्मचारी पाॅजिटिव निकलने के कारण ड्यूटी पर नहीं हैं। बैंकिंग का दबाव झेल रहे कर्मचारी अब तो मानसिक तनाव में आने लगे हैं। दो बजे तक बैंकिंग के कारण हर कोई अपना काम जल्दी होने की आफत मचाए रहता है जिससे बैंक कर्मचारियों पर दो बजे तक बैंकिंग से दबाव बढ़ा है।
हर शाखा में कोई न कोई कर्मचारी कोरोना पाजिटिव है। दो बजे तक बैंकिंग कराई जा रही है। कोशिश रहती है कि बैंक आए सभी ग्राहकों का काम हो जाए। ग्राहकों की भीड़ को देखते हुए दो गज की दूरी बनाना भी इन दिनों मुश्किलें हो रही है।


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By nit

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