अशफाक कायमखानी, अजमेर (राजस्थान), NIT; पहले माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर जो भी रजल्ट जारी करता था तो उसमें अंकों का प्रतिशत आधार होने से स्टूडेन्टस की योग्यता का स्टीक आंकलन हो जाता था। लेकिन अब जो ग्रेड सिस्टम बोर्ड ने किया है उससे उसकी योग्यता का ठीक ठीक आंकलन भी नहीं हो पा रहा है। बल्कि एक ग्रुप केटेगरी का आंकलन ही हो पा रहा है।
A+ 91-100
A 76-90
B 61-75
C 41-60
D 40 व चालीस से निचे
उपरोक्त आंकड़ों के मुताबीक बोर्ड ने स्टूडेन्टस के समूह बना डाला है। जिसमें 91-100 प्रतिशत वाले A+ ग्रुप में तो 76-90 प्रतिशत वाले A ग्रुप में, 41-60 वाले C ग्रुप में चालीस व चालीस से निचे वाले D ग्रुप में।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.