अब्दुल वाहिद काकर, ब्यूरो चीफ, धुले (महाराष्ट्र), NIT:
धुलिया के 70 साल की राजनीति में गुरुवार को अब तक के सबसे चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं। धुले विधानसभा सीट के चुनाव में एमआईएम ने बड़े उलटफेर करते हुए भारत की आजादी के 70 सालों में पहली बार किसी मुस्लिम विधायक को शहर से निर्वाचित किया है। त्रिकोणीय मुकाबले में पूर्व विधायक अनिल गोटे तथा राजवर्धन कदमबांडे को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। एमआईएम से डॉक्टर फारूक शाह ने 2672 वोटों के फ़र्क से निर्दलीय तथा बीजेपी समर्थित उम्मीदवार राजवर्धन कदम बांडे को करारी पटखनी दी है, वहीं पर सिटिंग विधायक अनिल गोटे तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं।
शिवसेना के हिलाल माली को 21725 मत प्राप्त हुए हैं। भाजपा के बागी पूर्व विधायक अनिल गोटे को 40848 वोटों पर समाधान करना पड़ा है वहीं पर निर्दलीय उम्मीदवार तथा बीजेपी से भारी समर्थन प्राप्त राजवर्धन कदम बांडे को 42605 मतदाताओं ने वोट डाले हैं। एमआईएम के डॉक्टर फारुक़ अनवर शाह को
45277 वोट मिले हैं। दलित और मुस्लिमों के एक तरफा वोट मिलने से उन्होंने पहले बार धुलिया शहर विधानसभा सीट पर विजय का झंडा लहराया है।
एमआईएम की जीत पर कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न, बांटी मिठाइयां व निकाली रैली
विधानसभा चुनाव में आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रत्याशी फारुक़ शाह की जीत पर शहर भर में कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल बना हुआ है। एमआई ने इसे दलित-मुस्लिम एकता की जीत बताया है।
विधानसभा चुनाव की बृहस्पतिवार को हुई मतगणना में एएमआईएम की जीत को लेकर कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल है। जीत पर जश्न का माहौल है। मतगणना के बाद जैसे ही एमआईएम प्रत्याशी की जीत की घोषणा हुई तो कार्यकर्ता मतगणना स्थल पर ही खुशी के मारे झूमने लगे। कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को बधाई दी। शहर के मुख्य चौराहे पर ढोल नगाड़ों के साथ युवाओं ने डांस किया और जश्न मनाया।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.