गणेश मौर्य, ब्यूरो चीफ, अंबेडकरनगर (यूपी), NIT:
जिले में सूदखोरों और साहूकारों के आतंक का आलम यह है कि जो इनके चंगुल में फंस गया वह या तो अपना सब कुछ बेचकर इनका सूद भरे नहीं तो फिर जान बचाने को घर-बार छोड़कर भाग जाए। आपको बताते चलें कि शहजादपुर कस्बा के अब्दुल्लापुर निवासी दिलशाद पुत्र स्वर्गीय इलियास, इमाम बागा पीड़ित दिलशाद ने बताया कि मैं सब्जी मंडी में सब्जी बेचता हूं प्रतिदिन ₹500 इनको देता था, 108 दिन डायरी में इंट्री की उसके बाद इन्होंने एंट्री भी नहीं की, आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण साहुकार अरविंद लाला से ब्याज पर 25000 हजार रुपए लिया था और अब तक 25000 का 54000 हजार भुगतान करने के बावजूद भी अब ब्याज माफिया दो लाख रुपए की मांग कर रहा है।
अब तक सामने आए दो मामलों में पीड़ित अपना नाम बताने से भी कतराते रहे हैं। हालांकि यह व्यक्ति भी अपना घर छोड़ फरार रहने को मजबूर है। इस व्यक्ति ने धीरे-धीरे करके लिया गया मूल धन व ब्याज का 2 गुना से भी ज्यादा धन सूदखोरों को वापस कर दिया।
वसूली के लिए सूदखोर बार-बार घर और सब्जी मंडी पर दबिश देने व पैसा न देने पर उठा लेने की धमकी देन लगे।
धन की मांग करते हुए दिलशाद को गाली देते हुए जबरन उसकी बाइक छीनने की धमकी भी दे डाली और साहूकार पैसा न देने पर जान से मारने की धमकी देते हुए वहां से चला गया।
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