हाशिम अंसारी/मो. अरमान, सीतापुर (यूपी), NIT:
राष्ट्रीय अखिल भारतीय मानवाधिकार न्याय एवं विधि सुरक्षा संरक्षण ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष ए.पी. सिंह ने भारत गैस सर्विस महमूदाबाद पर घोटाले का आरोप लगाया है और साथ ही पुलिस कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगा दिया है।
मुख्य ट्रस्टी एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय अखिल भारतीय मानवाधिकार न्याय एवं विधि सुरक्षा संरक्षण ट्रस्ट प्रधान कार्यालय नई बाजार उत्तरी कोतवाली रोड महमूदाबाद जनपद सीतापुर ए पी सिंह उर्फ़ विजय कुमार ने पुलिस और उषा भारत गैस एजेंसी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पी डब्लू गेस्ट हाउस में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने बताया कि उषा भारत गैस एजेंसी और पुलिस की मिलीभगत से मुझसे फर्जी तरीके से एससी/एसटी का मुकदमा लिखा गया जो की निराधार है। उन्होंने बताया कि दिनांक 5 अप्रैल 2019 की घटना दिखाई गई है जिसमें यह कहा गया है कि वितरण उषा भारत गैस सर्विस महमूदाबाद के यहां मैं और मेरा भाई गया जहां उसको मारा पीटा असलहे लगा कर के ₹5080 लूटा लेकिन आज करीब 5 वर्षों से उषा भारत गैस सर्विस के यहां लगातार सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, पुलिस के अधिकारी चाहे पुलिस अधीक्षक सीतापुर महोदय द्वारा इस मामले में आज तक सीसीटीवी कैमरा विवेचना में क्यों नहीं शामिल किए गए? स्थानीय पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की जांच क्यों नहीं की यह अपने आप में बड़ा सवाल है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरीके से ध्वस्त हो चुकी है और ओबीसी के व्यक्तियों को निशाना बनाया जा रहा है। वितरण उषा भारत गैस सर्विस महमूदाबाद जनपद सीतापुर उत्तर प्रदेश के साथ 5 अप्रैल 2019 को सुबह 11:00 बजे उसकी गैस एजेंसी में लूट की घटना हो रही थी तो उसने आरोपियों को पकड़ा क्यों नहीं क्योंकि उसने दो आरोपी दिखाएं हैं और 100 नंबर पर फोन क्यों नहीं किया गया यह भी अपने आप में बड़ा सवाल है। उत्तर प्रदेश की पुलिस की भूमिका पूरी तरीके से इस मामले में संदिग्ध है। वितरक उषा भारत गैस सर्विस महमूदाबाद जनपद सीतापुर उत्तर प्रदेश द्वारा माननीय प्रधानमंत्री जी की महत्वाकांक्षी योजना उज्जवला में 2016 से लेकर 2019 तक गंभीर रूप से भ्रष्टाचार किए गए, लोगों से पैसा लेकर के धन उगाही करके सबसे पहले रेगुलेटर गैस पाइप का पैसा लिया गया बाद में उनको कनेक्शन दिया गया और इस मामले में अपात्र लोगों को कनेक्शन वितरक के परिवार वालों ने और वितरक ने स्वयं दिया तथा इसे काली कमाई की गई दिव्यांग होने के बावजूद दलित अधिनियम के तहत पुलिस अधिकारी महमूदाबाद एवं थाना कोतवाली महमूदाबाद जनपद सीतापुर उत्तर प्रदेश द्वारा फर्जी घटना दिखा करके दलित अधिनियम के तहत आने वाली शासन से धनराशि लगभग ₹800000 प्राप्त करने के उद्देश्य से ओबीसी होने के कारण मुझे और मेरे भाई को फर्जी मुकदमे में फंसाने तथा मानवाधिकार पर ट्रस्ट संचालन करने पर जिसके कारण पुरानी रंजिश से फंसाया जा रहा है।
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