कासिम खलील, बुलढाणा (महाराष्ट्र), NIT; बुलढाणा में रैगिंग से तंग बीएड फाइनल ईयर की छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 25 वर्षीय भाग्यश्री रामदास शिंगणे नामक छात्रा ने अपने रिहायशी मकान के स्टडी रूम में ही अपने गले में फ़ांसी का फंदा डाल ख़ुदकुशी कर ली। कॉलेज में रैगिंग करने वाले छात्र एंव छात्रओं के नाम का उल्लेख अपने सुसाइड नोट में करते हुए पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। इस घटना के बाद पुलिस ने एक छात्रा सहित चार छात्रों को हरासत में लेकर आगे कि जाँच शुरू करदी है।
जहाँ पुरे देश में होली को जलाकर रंगों के इस त्यौहार को मनाने की पहल की जा रही थी वहीं उसी दिन एक बाप अपनी जवान बेटी की चिता को आग के हवाले कर रहा था।प्राप्त जानकारी के अनुसार 12 मार्च को सभी ओर होली धूम-धाम से मनाई जा रही थी वही उसी दिन बुलढाणा में शिंगणे परिवार में गम का माहौल छाया हुवा था जिसका कारण था रैगिंग। बुलढाणा के रिटायर्ड शिक्षक रामदास शिंगणे को दो लड़कियां 1 लड़का हैं, सभी उच्चशिक्षित हैं। बड़ी लड़की स्वाती का बीएड हो चुका है जबकि मृतक छोटी लड़की भाग्यश्री बीएड के फाइनल ईयर में और छोटा लड़का शुभंम BSC में पढ़ाई कर रहा है। इन तीनों में से दूसरे नंम्बर की भाग्यश्री 12 मार्च को ऊपर के कमरे में पढाई कर रही थी। दोपहर 1 बजे जब वह खाना खाने के लिए निचे नहीं आई तो दरवाज़ा खटखटाया गया किन्तु कमरे में से कोई प्रतिसाद नहीं मिलने पर खिड़की में से झाँक कर देखा तो भाग्यश्री छत से फांसी पर झूलती हुई नज़र आई। तत्काल घटना की जानकारी मिलते ही बुलढाणा शहर पुलिस घटना स्थल पर पहूंची और शव का पंचनामा किया। मृतका के पास से एक सुसाइड नोट पुलिस के हाथ लगा है। इस खुदखुशी का कारण रैगिंग के रूप में सामने आया है। सुसाइड नोट में लिखा है कि उसके साथ कॉलेज में रैगिंग कर उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। रैगिंग करने वालों में उसी की क्लास की 1 छात्रा और 5 छात्र का समावेश है। मृतका भाग्यश्री ने प्रताड़ित करने वालों के नाम भी सुसाइड नोट में लिखे हैं, जिसमें नम्रता एकनाथराव जाधव, विद्यानंद माणिकराव पवार, अंकुश तायड़े, गोपाल आव्हाड़े, अमोल इंगले, प्रवीण सोलंके शामिल है। बुलढाणा पुलिस ने मृतका के पिता रामदास शिंगणे की शिकायत पर 6 आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की धारा 306 के तहत गुनाह दर्ज कर 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिन्हें कोर्ट ने 5 दिन के लिए पुलिस कस्टडी में भेज दिया है जबकि एक आरोपी फरार है। मृतका भाग्यश्री बुलढाणा के सरकारी बीएड कॉलेज में अपनी पढ़ाई पूरी कर रही थी। इस मामले में कॉलेज प्रशासन की लापरवाही को ज़िम्मेदार बताते हुए कॉलेज प्रशासन की भी जांच की मांग पीड़ित परिवार कर रहा है।
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