रहीम शेरानी हिंदुस्तानी, ब्यूरो चीफ झाबुआ (मप्र), NIT:
सरकार नित नई नई योजनाएं चलाकर जनता का भला करना चाहती है लेकिन सरकार के नुमाइंदे ही योजनाओं का बंटाधार करने में लगे हुए हैं। गरीबों के लिए रोटी कपडा ओर मकान जेसी योजनाएं चला रही हैं जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना सहित शिक्षा देने के लिए सरकार अनेकों योजनाएं चला रही है ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब बच्चों को शिक्षा देने के लिए अनेकों योजनाएं चल रही है लेकिन इन सब के विपरीत ग्रामीण भी बच्चों को शिक्षा दिलाने के लिए चरणबद्ध है लेकीन ग्रामीण अंचलों में शिक्षक शिक्षा के मंदिरों से अक्सर नदारद रहते हैं और गरीब जनता सरकार की अनेकों योजनाओं का लाभ लेने के लिए तैयार हैं लेकिन सरकार के नुमाइंदे सरकार की योजनाओं की उड़ा रहे हैं धज्जियां ओर शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से गरीबों को वंचित कर रहे हैं। झाबुआ जिले के मेघनगर मे प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची बने महीनों गुजर गए लेकिन सर्वे के नाम पर सूची गायब है प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची कहां है किसी को नहीं मालूम कोई कहता है नगर परिषद में है तो कोई कहता है पटवारी के पास है तो कोई कहता है एसडीएम के पास है तो कोई कहता है कलेक्टर के पास है सूची में नाम आने वाले लोग ऑफिस के चक्कर काट रहे हैं लेकिन सही जवाब नहीं मिल रहा आखिर प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची कहां खो गई सरकारी नुमाइंदो के द्वारा की जा रही लेट लतीफी के कारण प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बदनाम हो रहे हैं जबकि फिर आचार संहिता लगने वाली है।
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