वसई-विरार में प्रसव आॅपरेशन के बाद महिला की मौत; परिजनों ने डाक्टर पर लगया लापरवाही बरतने का आरोप | New India Times

विनोद तिवारी, वसई-विरार, NIT;  ​वसई-विरार में प्रसव आॅपरेशन के बाद महिला की मौत; परिजनों ने डाक्टर पर लगया लापरवाही बरतने का आरोप | New India Timesमहाराष्ट्र के वसई-विरार शहर में एक महिला की प्रसव आपरेशन के बाद मौतहहगईगई,  जिसके लिए परिजनों ने अस्पताल को डाक्टर को जिम्मेदार ठहराते हुए पुलिस स्टेशन में शिकायत कर पूरे मामले की जांच करने की मांग की है,  जबकि डाक्टर ने लापरवाही बरतने से इंकार किया है। इस मामले में महिला की तो मौत हो गई है लेकिन उसका बच्चा सही सलामत है।​

वसई-विरार में प्रसव आॅपरेशन के बाद महिला की मौत; परिजनों ने डाक्टर पर लगया लापरवाही बरतने का आरोप | New India Timesमिली जानकारी के अनुसार नालासोपारा की रहने वाली खुशबू वरुण सिंह गर्भवती थी,  जिसे प्रसव पीड़ा होने पर शहर के सिद्धिविनायक मैटर्निटी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जांच में सामान्य प्रसव सम्भव न होने की रिपोर्ट मिलने पर डाक्टर ने आपरेशन की सलाह दी। कागजी कार्रवाई के बाद महिला डॉक्टर प्रिती कदम ने महिला का ऑपरेशन किया जिसमें उसने एक बच्चे को जन्म दिया लेकिन बच्चे के जन्म के बाद से महिला की हालत बिगड़ने लगी जिसे देख डॉक्टर ने परिजनों की मदद से महिला को नालासोपारा पूर्व स्थित नागिनदास पाड़ा के सरकारी अस्पताल में भर्ती करा दिया। महिला की स्थिति नाजुक देखते हुए अस्पताल में उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। कुछ देर बाद परिजनों ने महिला को सरकारी अस्पताल से निकालकर प्रायवेट अस्पताल ले जाना चाहा जिसके लिए सरकारी डॉक्टर मना कर रहे थे लेकिन अपनी जिम्मेदारी पर परिवारजनों ने सरकारी अस्पताल से निकालकर पास के एवरशाइन सिटी में स्थित  आई.ए.एस.आई.एस. अस्पताल ले जा रहे थे कि  रास्ते में ही महिला की मौत हो गयी। महिला की मौत से बौखलाए परिजनों ने सिद्धिविनायक मैटर्निटी अस्पताल के खिलाफ पुलिस में शिकायत कर  महिला के इलाज में अस्पताल की लापरवाही का आरोप लगाते हुए सम्बंधित डॉक्टर पर कार्यवाई की मांग की है। जबकि मामले में अपना पक्ष रखते हुए आपरेशन करनी वाली डॉक्टर कदम ने बताया कि प्रसव के बाद महिला को सरकारी अस्पताल ले जाया गया था और वहां उसे वेंटिलेटर पर रखकर सही ढंग से इलाज भी जारी था लेकिन के बहकावे में आकर जल्दबाजी में परिजनों ने महिला को सरकारी अस्पताल से निकालकर प्राइवेट अस्पताल में ले जाने का निर्णय लिया जबकि उसकी हालत निकालने लायक नहीं थी फिर भी नाजुक परिस्थिति में महिला को वेंटिलेटर से भी हटा दिया गया जो कि महिला के लिए घातक साबित हुआ। डॉक्टर ने बताया कि हमने मृतक के इलाज में कोई कमी नही किया था। परिजनों के आरोप के आधार पर मामले की जांच कर रही पुलिस की हम हर संभव मदद करेंगे। पुलिस की मानें तो वह मामले की जांच कर रही हैं और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पूरा मामला साफ हो पाएगा।

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