बैंक ऑफ बड़ौदा के कर्मचरियों ने आग के हवाले कर दिया लाखों के ATM, अधिकारी के पहुंचते ही मचा हड़कंप | New India Times

गणेश मौर्य, अंबेडकरनगर (यूपी), NIT; 

बैंक ऑफ बड़ौदा के कर्मचरियों ने आग के हवाले कर दिया लाखों के ATM, अधिकारी के पहुंचते ही मचा हड़कंप | New India Times​बैंक आफ बड़ौदा के शाखा पतौना के कर्चारियों एटीएम कार्ड खाताधारकों को न देते हुए आग के हवाले कर दिया जिसकी जानकारी मिलते ही एलडीएम जांच के लिए बैंक शाखा पहुंचे जिन्हें देख शाखा प्रबंधक के पसीने छूट गए।

मिली जानकारी के अनुसार बैंक आफ बड़ौदा के कर्मचारियों ने रद्दी के पिन कोड व हजारों की तादात में ATM को आग के हवाले कर दिया। बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा पतौना ग्राहकों के लिए छलावा साबित हो रहा है। यहां लेन-देन की सुविधाओं के बाबत एटीएम की अर्जियों का आवेदन फार्म अक्सर धूल फांकते हुए देखे जाते थे, तो वहीं एटीएम के जारी हो जाने के बाद भी उसे ग्राहकों को मुहैय्या कराने में विभाग परहेज करता था। अब ऐसे ही आरोपों के बीच उक्त विभाग के हद दर्जे की लापरवाही की कलई सोमवार को सार्वजनिक रूप से खुलती हुई नजर आई हजारों ग्राहकों के बैंक में एटीएम कार्ड को आग के हवाले कर बिना किसी संकोच के जलाया जा रहा था, जिसकी शिकायतें विभाग के अधिकारियों समेत प्रशासनिक अधिकारी एलडीएम तक पहुंची तो बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा में हड़कंप मच गया, जिसपर अपने बचाव में जिम्मेदार उक्त बैंक के अधिकारी व कर्मचारी तमाम तरह की बनावटी बातों का हवाला देने में लग गए। इसके लपेटे में विभाग के रीजनल अधिकारी भी आए। सूचना पर पहुंचे मीडिया कर्मियों ने अपने कैमरे में हकीकत को कैद करते हुए जब इस बाबत जिम्मेदारों से ग्राहकों के एटीएम जलाए जाने के अलावा बैंक में होने वाली तमाम तरह की समस्याओं के सवालों को पूछा तो उनकी घिंग्घी बँध गयी। जिससे वह सही जवाब देने में हिचकते हुए दिखे। 

गौरतलब है कि उक्त बैंक की शाखा में ग्राहकों को लोन लेने से लेकर अपने चल रहे खाते से रुपए निकालने व उन्हें जमा करने में पसीने छूट जाते हैं जिसके आरोप लगातार सार्वजनिक होते रहे हैं। इसी क्रम में एटीएम के फार्मों को आवेदन करने के बाद ग्राहकों द्वारा कईयों माह तक चक्कर लगाए जाने के बाद भी उनके एटीएम उनके पास नहीं आ सकने के आरोप लगे जिसके कारण भुक्तभोगी ग्राहक थक हार कर या तो घर बैठ गए या फिर बैंक से सेवा लेना ही मुनासिब नहीं समझा।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading