इम्तियाज चिश्ती, दमोह (मप्र), NIT;
दमोह जिले की स्वस्थ सेवायें अब राम भरोसे ही चल रही हैं, चाहे जिला अस्पताल हो या फिर आस पास के ग्रामीण छेत्र के स्वास्थय केंद्र, हर जगह डॉक्टरों की मनमानी आम हो गई है और यदि कोई आवाज उठाता है तो ये उतर आते हैं आंदोलन या फिर दादागीरी पर।
ताजा मामला पटेरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का सामने आया है जहाँ अपनी डियूटी पर देर से पहुंचे डॉ से स्थानीय रिपोर्टर ने पूछा तो वह भड़क उठे और कैमरा छीनकर फेंक दिया।
अभी हाल ही में जिला अस्पताल में डॉक्टर द्वारा मरीजों के परिजनों के साथ दुर्व्यवहा करने का मामला सामने आया था जिसका विरोधरने पर डॉक्टर आन्दोलन पर आमादा हो गए थे और इसी आंदोलन में एक मासूम की जान चली गई थी। इतना सब होने के वावजूद डाक्टरों की मनमानी और उनका गैर जिम्मेदाराना रवैय्या सामने आता रहता है। आज जिले के पटेरा स्वस्थ केंद्र में ही सुबह से मरीजों की कतारें लगी रहीं लेकिन डॉक्टर वक़्त पर नहीं पहुंचे। जब इसकी खबर मीडिया तक पहुंची और मीडिया कर्मी ने देरी से आये डॉक्टर विदेश शर्मा से बात करनी चाही तो वह भड़क उठे। डॉ विदेश शर्मा अपनी सीट से उठकर रिपोर्टर के कैमरे पर झपट्टा मारते हुए रिपोर्टर से बदसुलूकी पर उतर आये।
आखिर डॉक्टर भड़के क्यों?
अब आपको बताते है कि आखिर डॉ क्यों भड़के, दरअसल सुबह10 बजे से 11 बजे तक स्थानीय मरीज डॉक्टर के आने का इंतजार कर रहे थे लेकिन लंबे इंतजार के बाद तक डॉक्टर नहीं आये और आये भी तो बगल के कमरे में आराम करने लगे वह भी डियूटी के वक़्त और यहाँ मरीजो की संख्या बढ़ती जा रही थी जबकि दूर दराज से पहुंचे मरीज परेशान होते रहे। बस इसी कारण को जानने स्थानीय रिपोर्टर बादशाह खान गए तो डॉ विदेश शर्मा और साथ में देरी से पहुंचे स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ बाबू नईमुद्दीन खान रिपोर्टर पर भड़क उठे और कैमरा छीनकर फेंक दिया।
यह रूप है पटेरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के जिम्मेदार डॉक्टर का जो ये साफ दर्शाता है कि डॉक्टरों की मनमानी किस हद तक बढ़ गई है। अब देखना होगा कि आला अधिकारी इस मामले में क्या संज्ञान लेते हैं?
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.