वी.के.त्रिवेदी, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT; उत्तर प्रदेश के जनपद लखीमपुर खीरी की कोतवाली निघासन के मुन्ना हुसैना के हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मुन्ना की दबंगई से त्रस्त चचेरे भाई व भतीजे ने ही मुन्ना को उतारा था मौत के घाट।
ज्ञात हो कि बीते दिनों कठियारन पुरवा में मुन्ना हुसैना की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। सूत्रों की मानें तो मुन्ना हुसैना एक हेकड़ व दबंग किस्म का व्यक्ति था जिसकी दबंगई की चर्चा सरेराह थी। हर किसी को जब चाहे अपनी दंबगई का शिकार बनाने में उसे महरत हासिल थी और हर शख्स उसकी दहशत का खौफ खाये था । उस पर पहले से ही कई अपराधिक मुकदमे सदर कोतवाली से लेकर अन्य थानों मे पंजीकृत थे। पुलिस अधीक्षक राम लाल वर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी / पश्चिमी के दिशा निर्देशन व प्रभारी निरीक्षक के नेतृत्व में वरिष्ठ उप निरीक्षक नरेंद्र प्रताप, उपनिरीक्षक हनुमंत लाल तिवारी, आरक्षी नीरज चतुर्वेदी,आरक्षी रवि पाठक की टीम गठित करने के बाद फोरेंसिक टीम द्वारा जांच पड़ताल के अनुसार मोबाइल ट्रेस होने पर जांच में मृतक मुन्ना हुसैना का सगा भतीजा इलियास उर्फ सीटू व सगे चचेरे भाई इरफान का नाम प्रकाश में आया जिनको मुखबिर की गुप्त सूचना के अनुसार मोहनापुर मोड़ सेमरा बाजार से 20/06/2018 को लगभग 2 बजकर 30 मिनट पर प्रभारी निरीक्षक संजय त्यागी ने अपनी संयुक्त टीम के साथ गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ व काफी छानबीन में आला कत्ल प्रयुक्त 315 बोर तमंचा तथा हत्या वाले दिन पहने नीले रंग की जींस पैंट पीले रंग की टी शर्ट सफेद कुर्ता व मृतक से संबंधित सैमसंग कम्पनी का मोबाइल आदि हत्या अभियुक्तों की निशानदेही पर बरामद करके घटना का सनसनीखेज खुलासा करते हुए दोनों अभियुक्तों को संबंधित धाराओं के अंतर्गत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
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