मुस्लिम कांग्रेसी पार्षद ने कहा कांग्रेस नहीं सुनेगी तो विकल्प बहुत है | New India Times

जमशेद आलम, ब्यूरो चीफ, भोपाल (मप्र), NIT:

मुस्लिम कांग्रेसी पार्षद ने कहा कांग्रेस नहीं सुनेगी तो विकल्प बहुत है | New India Times

भोपाल में मुस्लिम समाज, कांग्रेस के साथ है और शॉर्ट नोटिस में भी पार्टी के साथ खड़े रहते हैं मगर दुर्भाग्य है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता अल्पसंख्यकों की समस्याओं से सरोकार नहीं रखते। राजधानी के कांग्रेसी पार्षद ने अपनी ही पार्टी के कांग्रेसी और आम कांग्रेसी अल्पसंख्यकों की समस्याओं नेताओं को पार्टी कार्यालय में सुनाई और कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय हमेशा तन मन धन से पार्टी से जुड़ा है मगर इस समय पार्टी अल्पसंख्यकों के पक्ष में खड़ी नजर नहीं आ रही है और वह उनकी समस्याओं पर बचती नजर आती है। अगर यही स्थिति रही तो सभी के लिए विकल्प खुले हैं। पर खुले मन से बोलने से कतरा रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है।

पार्षद मोहम्मद रियाज ने कहा कि अगर वरिष्ठ कांग्रेसी अल्पसंख्यकों की बात नहीं करेंगे यह समस्या नहीं सुनेंगे वह बात नहीं रखेंगे तो फिर विकल्प किसी के भी सामने खुले हुए हैं। पार्षद का बयान संक्षिप्त में था मगर जब उन्होंने यह बयान दिया तो उस समय मंच पर वरिष्ठ कांग्रेसियों के अलावा और भी अल्पसंख्यक कांग्रेसी मौजूद थे। संगठन पर उन्होंने इस संबंध में कुछ नहीं कहा। लेकिन उन्होंने लगातार लगाए भेदभाव करने के आरोप। वही मंत्री मरहूम आरिफ अकील के निधन के बाद अब उस तरह दमदारी से कोई भी अल्पसंख्यकों के साथ खड़ा नहीं होता। नेता सड़क से विधानसभा तक अल्पसंख्यकों दलितों और पिछड़ों की आवाज उठाने वाला कांग्रेसी नहीं बच्चा है।

मुस्लिम संस्थानों में मदरसा बोर्ड, मस्जिद कमेटी, अल्पसंख्यक आयोग, अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम, सब खाली पड़े हैं और यहां पर समस्याएं चरम पर है। राजधानी के मुस्लिम पार्षद दो विधायकों के ग्रुप में बंटे हुए हैं। नगर निगम नेता प्रतिपक्ष जो महिला एडवोकेट भी है और उनके पति नरेला विधानसभा से दावेदार रहे हैं ।मगर वह भी अल्पसंख्यकों के मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। यह कहना है राजधानी के कांग्रेसी पार्षद मोहम्मद रियाज का जो भोपाल में सबसे
अधिक वोटों से वार्ड नंबर 78 से जीते हैं और अपने आप को आरिफ अकील ग्रुप से संबंध रखते हैं।

उनका बयान है समय आया जब राजधानी के दो मुस्लिम विधायक इस समय पार्टी के खिलाफ खुलकर बोलने में असमर्थ हैं और चुप्पी साधे हुए हैं। जो मुस्लिम हल्के में चर्चा का विषय है। और हर पल 22 प्रतिशत मुसलमान को पूर्व विधायक आरिफ अकील की याद आती है। विगत दिनों कांग्रेस कार्यालय की बैठक में जहां पर वरिष्ठ कांग्रेसी भी मौजूद थे और पार्टी को सशक्त बनाने के लिए चर्चा चल रही थी, उसी समय संक्षिप्त में कांग्रेसी पार्षद रियाज को बोलने का मौका दिया तो उन्होंने आरोप लगाया कि मुस्लिम कार्यकर्ता हर पल ठगा सा महसूस कर रहे हैं अब यह कांग्रेस वह कांग्रेस ना रही जो हिंदुओं के वोटो को खोने से डर रहे हैं और मुसलमान को किनारा कर रहे हैं।

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