जमशेद आलम, ब्यूरो चीफ, भोपाल (मप्र), NIT:
दिनांक 5 अक्टूबर 2024 को एनसीबी दिल्ली द्वारा बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र कटारा हिल्स में सिंथेटिक ड्रग की फैक्ट्री के विरुद्ध की गई कार्यवाही के सम्बंध में भोपाल पुलिस की टीम को सूचना प्राप्त हुई एवं प्राप्त सूचना की तस्दीक एसीपी मिसरोद की टीम द्वारा किए जाने पर सूचना सही पाई गई।
वरिष्ठ अधिकारियों से प्राप्त निर्देशों के पालन एवं स्थानीय सूचना संकलन और जानकारी के आधार पर एसीपी अपनी टीम के साथ, उस स्थान जिसमें रात्रि में कटारा पुलिस को संदिग्ध वस्तुए होने की सूचना प्राप्त हुई थी, सील बंद कर दिया गया था। जिसमें जानकारी सामने आई, कि अमित चतुर्वेदी ने विष्णु पाटीदार निवासी रापड़िया का एक गोदाम शुभम वेयरहाउस के सामने गणेश मार्केट की दुकान नंबर 6 रापड़िया चौराहे पर किराए से ले रखा है। जहां से वह देर रात्रि में कुछ सामान गाड़ी से बगरोदा फैक्टरी में ले जाया करता था।
इस तारतम्य में दिनांक को भूमि स्वामी विष्णु पाटीदार एवं पंचान के समक्ष दुकान का ताला तुड़वाकर देखा गया, तो दुकान में केमिकल के भरे हुए ड्रम तथा बॉक्स, बोरी में-
1600 लीटर एसीटोन,
1000 लीटर टोलविन
100 लीटर एचसीएल
200 किग्रा सोडियम कार्बोनेट पाउडर
240 लीटर सॉल्वेंट
40 किग्रा सोडियम कार्बो
42 बॉटल ब्रोमिन
50 किग्रा मैथलामिन हाइड्रोक्लोरिड
50 किग्रा लाइट सोडा ऐश
10 किग्रा क्रिस्टल दानेदार। पाउडर
10 लीटर अन्य अज्ञात द्रव्य
20 लीटर अन्य अज्ञात द्रव्य
और अन्य सामग्री जप्त हुई है।
यह दुकान अमित चतुर्वेदी द्वारा जुलाई 2024 में विष्णु पाटीदार से किराए पर ली गई थी, जिसमें केमिकल संग्रहण कर रखा था।
इस केमिकल का ही उपयोग एमडी ड्रग बनाने में किया जाता है। स्थानीय बाजार में इस रा मटेरियल (कच्चे माल) कीमत वर्तमान लगभग 60 लाख रुपये है। जिससे यदि, माल बना लिया जाता तो, उसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 350 करोड़ रू. होती।
गौरतलब है कि एनसीबी द्वारा पकड़ी गई फैक्ट्री में भी उक्त केमिकल मिले थे। कार्यवाही के दौरान जप्त 30 Lit अज्ञात द्रव्य की पहचान होने पर कीमत और बढ़ जायेगी। मालिक विष्णु पाटीदार निवासी रापड़िया के विरुद्ध धारा 223 BNS का अपराध भी थाना कटारा में पंजीबद्ध कर लिया गया है।
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