पीयूष मिश्रा, सिवनी (मप्र), NIT; मानव सेवा कभी किसी समुदाय और धर्म प्रजाति के लिए नहीं बल्कि पीड़ित मानवता के लिए की जाती है, यह मिसाल श्रमजीवी पत्रकार परिषद मध्यप्रदेश ब्लॉक इकाई छपारा के अध्यक्ष अश्वनी मिश्रा ने सिवनी के जिला हॉस्पिटल में स्थित बर्न यूनिट पहुंचकर पीड़ित मरीज और परिजनों को मदद पहुंचा कर साबित कर दी है।
दरअसल जैसे ही सोशल मीडिया के माध्यम से अश्वनी मिश्रा को पता लगा तो वे तत्काल जिला हॉस्पिटल के बर्न यूनिट पहुंचे और उन्होंने वहां आग से जली महिला के पति से बात की। भर्ती महिला फरजाना खान के पति फिरोज खान ने NIT संवाददाता को बताया कि वह सूफी नगर गांधी वार्ड सिवनी का निवासी है और पिछले 10 अक्टूबर 2017 को उसकी पत्नी स्टोव जला रही थी तब अचानक स्टोव भभक गया जिसके कारण उसकी पत्नी गंभीर तरह से जल गई, जिसके बाद उसे तत्काल जिला हॉस्पिटल लाकर भर्ती कराया गया है। गंभीर हालत को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने नागपुर मेडिकल ले जाने की सलाह दी है। आर्थिक स्थितियों से परेशान फिरोज के पास रुपए पैसों की बंदोबस्त नहीं होने के कारण मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आपस में 14 हजार रुपए एकत्रित कर उसे व उसकी पत्नी को नागपुर पहुंचाया था, लेकिन नागपुर मेडिकल में उक्त राशि चार दिनों में ही खत्म हो गई और फिरोज खान अपनी जली हुई पत्नी को लेकर वापस सिवनी के जिला अस्पताल में लौट आया और उसे बर्न यूनिट में भर्ती करा दिया, जहां पर उक्त महिला का इलाज अभी भी चल रहा है। आग से जली महिला के पति फिरोज खान ने बताया कि वह विकलांग भी है और रिक्शे पर कबाड़ी का धंधा कर अपने परिवार का पालन पोषण करता है। उसने यह भी बताया कि उसकी बड़ी बेटी अलवीना 15 वर्ष की है और वह छटवी क्लास की पढ़ाई कर रही है और छोटा बेटा सोहेल 7 वर्ष का है और वह कक्षा तीसरी में है लेकिन ऐसी विपरीत परिस्थितियों के कारण उसकी बड़ी बेटी पढ़ाई छोड़कर अपनी मां की देखरेख अस्पताल में रहकर कर रही है।
मदद को पहुंचे पार्षद रंजीत यादव
जिला हॉस्पिटल के बर्न यूनिट से पत्रकार अश्वनी मिश्रा ने सूफी नगर गांधी वार्ड के पार्षद रंजीत यादव से फोन पर बात कर पूरे मामले से अवगत कराते हुए पीड़ित महिला मरीज और परिजनों की मदद करने का आग्रह किया जिसके बाद रंजीत यादव ने जिला हॉस्पिटल के बर्न यूनिट पहुंचकर पीड़ित महिला के पति को तत्काल 1 हजार रुपये की राशि प्रदान की।
अस्पताल प्रबंधन ने की भोजन की व्यवस्था
पीड़ित महिला के पति ने यह भी बताया कि सिर्फ भर्ती मरीज को ही अस्पताल प्रबंधन के द्वारा भोजन दिया जाता है लेकिन हमें भोजन की व्यवस्था खुद करनी पड़ती है और आर्थिक परेशानियों के चलते हमें अत्यधिक परेशान होना पड़ता है। इसके बाद श्री मिश्रा ने तत्काल जिला मलेरिया अधिकारी प्रकाश पटेरिया जी से बात की और इस मामले से अवगत कराते हुए भर्ती महिला मरीज के परिजनों को भी भोजन की व्यवस्था कराने का आग्रह किया जिसके बाद श्री पटेरिया ने तत्काल अस्पताल प्रबंधन से बात की और दोनों समय के भोजन की व्यवस्था भर्ती महिला के पति और उसकी बेटी के लिए करा दी जिसके बाद भर्ती महिला के विकलांग पति और उसकी बेटी को दोनों समय का पर्याप्त भोजन मिलने लगा है। महिला के पति ने मदद की गुहार लगाते हुए समाजसेवियों के अलावा जन प्रतिनिधियों और शासन-प्रशासन से आग्रह किया है कि ऐसी विषम परिस्थितियों में उसकी कोई ना कोई मदद करता रहे जिससे उसकी पत्नी का इलाज जारी भी रहे और छोटे-मोटे खर्चो के लिए उसे व उसकी बेटी को इधर उधर भटकना ना पड़े।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.