मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
शिवाजी नगर, सूर्यवंशी नगर, करीम नगर, चिंचाला वार्ड क्रमांक 47, 48 का मुख्य आवागमन का रास्ता रेलवे स्टेशन से लगाकर रेलवे क्रॉसिंग है। उपभोक्ता अधिकार संगठन बुरहानपुर के जिला उपाध्यक्ष प्रीतम महाजन ने कहा कि वार्ड के निवासी मजदूरी, रोजाना, हॉट बाजार, हॉस्पिटल, स्कूल जाने का यही एक मुख्य रास्ता है। वार्ड क्रमांक 47 और 48 का पहुंच एवं मुख्य नज़दीक और ज्यादा चलन का पुश्तैनी रास्ता यही है। पूर्व में भी कई बार अंडरग्राउंड ब्रिज को लेकर स्थानीय लोगों ने मांग उठाई थी जिसको लेकर सांसद विधायक ने इंजीनियर अंडरग्राउंड ब्रिज सीमांकन की गई थी जिसकी खबर अखबारों और चैनलों पर भी लगी थी जिससे स्थानीय लोगों के चेहरे खिल उठे थे। पर अंडरग्राउंड ब्रिज बनने में देरी एक चिंता का विषय बना है। इस इलाक़े के बच्चे जान जोखिम में डालकर रेलवे क्रॉसिंग पार करके स्कूल जाते हैं।
रेलवे क्रॉसिंग की पार करने की समस्या से बच्चों के माता-पिता अत्यंत चिंतित रहते हैं। उनका मानना है कि सभी जगह छोटे बड़े ब्रिज बनने के साथ अंडरग्राउंड ब्रिज भी बन रहे हैं। बस यही एक जगह बची है, जहां अंडर ग्राउंड ब्रिज नहीं है। देखा जाए तो यह बहुत ही चलन का रास्ता है। रात दिन लोगों का आना-जाना इसी रास्ते से है। उपनगर लालबाग की राजनीति का गढ़ कहलाने वाला शिवाजी नगर वार्ड है और यहां के हालात बड़ी दयनीय स्थिति के होकर चिंता का विषय है। वार्ड के शांताराम बंसी नवले ने बताया कि स्कूल जाते बच्चे डरते हैं। बूढ़े बुजुर्ग लोग आए दिन गिरते हैं। अगर अंडरग्राउंड ब्रिज बने तो वार्ड वासियों को सुविधा होगी। दूसरी ओर वार्ड के निवासी गोरखनाथ काड़े ने कहा कि अंग्रेजों के शासनकाल से चलते आ रहा यह रेलवे क्रॉसिंग पार करके निकलते हैं। हमारे जैसे वृद्ध बुजुर्ग आए दिन गिरते हैं। राज्य सरकार और केंद्र सरकार सहित निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को इसकी ओर ध्यान देना चाहिए।
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