ईद के त्योहार को देखते हुऐ जमीअत उलमा मध्यप्रदेश ने भोपाल के ऐतिहासिक ईदगाह को सुरक्षित एवं उसकी बदहाली को दूर करने के लिए वक़्फ़ बोर्ड को दिया खुला अवामी ज्ञापन | New India Times

अबरार अहमद खान/मुकीज खान, भोपाल (मप्र), NIT:

ईद के त्योहार को देखते हुऐ जमीअत उलमा मध्यप्रदेश ने भोपाल के ऐतिहासिक ईदगाह को सुरक्षित एवं उसकी बदहाली को दूर करने के लिए वक़्फ़ बोर्ड को दिया खुला अवामी ज्ञापन | New India Times

भोपाल के ऐतिहासिक ईदगाह को सुरक्षित एवं उसकी बदहाली को दूर करने के लिए जमीअत उलमा मध्यप्रदेश द्वारा मध्यप्रदेश वक़्फ़ बोर्ड हो या नगर निगम लगातार मांग की जा रही है पर इन विभागों की ओर से ईदगाह एवं उसकी पार्किंग की सुरक्षा के लिए कोई ठोस क़दम नहीं उठाया जा रहा है।जमीअत उलमा मध्यप्रदेश के प्रेस सचिव हाजी मोहम्मद इमरान ने भोपाल की तारीखी ईदगाह एवं उसकी बदहाली को दूर करने के लिऐ के बार फिर मध्यप्रदेश वक़्फ़ बोर्ड को खुला अवामी ज्ञापन दिया है। हाजी इमरान ने कहा कि पूर्व में भी समय समय पर जमीअत उलमा मध्यप्रदेश द्वारा उसकी पार्किंग की बदहाली एवं उसके अंदर आसमाजिक तत्वों द्वारा की जा रही गतिविधियों से मध्यप्रदेश वक़्फ़ बोर्ड,  मुतावल्ली कमेटी एवं ओकाफ ए अम्मा को अवगत करा चुकी है।

ईद के त्योहार को देखते हुऐ जमीअत उलमा मध्यप्रदेश ने भोपाल के ऐतिहासिक ईदगाह को सुरक्षित एवं उसकी बदहाली को दूर करने के लिए वक़्फ़ बोर्ड को दिया खुला अवामी ज्ञापन | New India Times

जमीअत के लंबे प्रयास एवं मांग करने के पश्चात किबला रुख़ की दीवार का कार्य पूरा किया गया और अन्य संरक्षण के थोड़े बहुत कार्य किए गए पर ईदगाह और उसकी पार्किंग के लिए किए गए कार्य ऊंट के मुंह में ज़ीरा साबित हुआ। इस अधूरे कार्यों से भी वक़्फ़ बोर्ड अन्य ज़िम्मेदारों को पत्र एवं समाचार के माध्यम से अवगत कराया जा चुका है लेकिन अफसोस की बात यह है कि किसी ने भी तारीखी ईदगाह की बदहाली को लेकर कोई भी ठोस क़दम नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा कि रमज़ान का पवित्र महा आरंभ हो चुका है यह माहे मुबारक ईदुल फितर की दस्तक देता है और फरजंदने तोहिद 30 रोज़े पूरे करने के पश्चात ईद उल फितर की नमाज़ अदा करने के लिए लाखों की संख्या में ईदगाह पहुंचते हैं पर इस ऐतिहासिक ईदगाह में इंतेज़ाम के नाम पर कुछ भी नहीं है।

ईद के त्योहार को देखते हुऐ जमीअत उलमा मध्यप्रदेश ने भोपाल के ऐतिहासिक ईदगाह को सुरक्षित एवं उसकी बदहाली को दूर करने के लिए वक़्फ़ बोर्ड को दिया खुला अवामी ज्ञापन | New India Times

उन्हों ने कहा कि ईदगाह की शेष एक तरफ की बाउंड्री वाल का कार्य किया गया पर उसको सिर्फ दो फिट का कर के छोड़ दिया गया और बाहर की जगह पर भी कोई संरक्षण कार्य नहीं किया गया पुरानी क़दीम ईदगाह की एक दीवार ऐतिहासिक है जो कमसे कम दस फिट की है और किब्ला रुख दीवार भी 15 फिट के क़रीब है परंतु संरक्षण किए जाने वाली दीवार को सिर्फ 2 फिट पर ही पुराने मटेरियल स्तेमाल कर अधूरा छोड़ दिया जो ईदगाह की सुरक्षा के लिए बेहतर नहीं। इस दीवार को भी कमसे कम दस फिट ऊंचा होना चाहिए जिससे कि ईदगाह की अंदरूनी सुरक्षा क़ायम रहे। भोपाल की तारीखी ईदगाह बदहाली के दौर से गुज़र रही है और आस्माजिक तत्वों के मनसूबे उसके आस पास क़ब्ज़ा करने के चल रहे हैं इसको ध्यान में रख कर ईद से पूर्व ईदगाह के संरक्षण के कार्य बुनियादी तौर पर करना चाहिए एवं ईदगाह परिसर और बाहर सीसीटीवी केमरे के इंतेज़ाम करना चाहिए एवं पार्किंग की सुरक्षा की ओर भी ध्यान देना चाहिए विशेष कर ईदगाह की बाउंड्री से लगे पेड़ पौधों को तुरंत खत्म करना चाहिए जिसकी जड़ों की वजह से बाउंड्री वाल को भी खतरा है।

ईद के त्योहार को देखते हुऐ जमीअत उलमा मध्यप्रदेश ने भोपाल के ऐतिहासिक ईदगाह को सुरक्षित एवं उसकी बदहाली को दूर करने के लिए वक़्फ़ बोर्ड को दिया खुला अवामी ज्ञापन | New India Times

आप ज़िम्मेदारानों से गुजारिश है की ईदगाह के बाएँ जानिब के बुर्जे की हालत बहुत खस्ता हो रही है जिसकी दीवारें फूल रही है एवं ऊपर से असामाजिक तत्व बैठक ले रहा है, उस बुर्जे की जड़ से लग कर किसी ने पार्क के नाम से पेड़ लगा दिए हैं जो बुर्ज के लिए खतरा है। उस जगह पर बड़े बड़े पेडों को ज़मीन में उतारा गया है जिससे बुर्जे की जड़ में पानी बैठ रहा है और ऐतिहासिक ईदगाह को उससे नुकसान पहुंच रहा है, उस जगह से अगर उक्त पार्क को नहीं हटाया गया तो बुर्जा गिर सकता है। हाजी इमरान ने मांग की है कि ऐतिहासिक ईदगाह की मरम्मत कराई जाए और उसकी दीवार से लगे हुए पार्क के अंदर से लकड़ी एवं पत्थरों के अतिक्रमण को तत्काल हटाया जाय और बुर्जे की दीवार से लग कर एवं शेष बाउंड्री के बाहर कंक्रीट का काम किया जाय जिससे के बुर्जे की जड़ों और बाउंड्री की जड़ों में पानी न बैठे और तारीखी ईदगाह को  नुक़सान से बचाया जा सके। बुर्जे के पास बनी हुई प्याऊ से लेकर आखिरी कोने तक जहाँ से ईदगाह का हिस्सा शुरू होता है उसकी भी दीवार से लग कर बहुत ज़्यादा झाड़ियाँ लगी हुई हैं उनकी भी सफाई करा कर दीवार से लग कर कंक्रीट का काम कराया जाय। जिससे ऐतिहासिक ईदगाह की दीवारें गिरने से बचा सकें। वहीं दूसरी और भी ब्लॉकिंग करवाई जाए या पेज वर्क हो जिससे कि नमाज़ के समय गंदगी असुविधा से बचा जा सके। नमाज़ी साफ सफाई में नमाज़ अदा कर सकें।

ईद के त्योहार को देखते हुऐ जमीअत उलमा मध्यप्रदेश ने भोपाल के ऐतिहासिक ईदगाह को सुरक्षित एवं उसकी बदहाली को दूर करने के लिए वक़्फ़ बोर्ड को दिया खुला अवामी ज्ञापन | New India Times

वहीं परिसर भी वर्षों से बदहाल है उसके ऊपर भी तवज्जो दी जाए दाएं जानिब के बुर्जा जो कि कॉन्वेंट् स्कूल वाली दिशा में है उसके ऊपर भी बड़े बड़े पेड़ लग गये हैं जिनको पूर्व में जन सहयोग से भोपाल के सामाजिक संगठनों ने मिल कर स्वच्छता अभियान के तहत साफ किया गया था पर वह उचित रख रखाव के अभाव में पूर्व की तरह जंगली पेड़ लग गये हैं जिससे उस बुर्जे को भारी नुकसान पहुंचने की संभावना है। ईदगाह के चारों कोनों पर एवं पार्किंग के ऊपर  केमरे लगवाए जाएं, एक हाई मस्ट लाइट लगवाई जाए आसपास रोशनी के इन्तेज़ाम नगर निगम और जन प्रतिनिधियों के सहयोग से तुरंत कराए जाएं ईदगाह की सुरक्षा के लिये चोकीदारों की नियुक्ति की जाय। उन्हों ने यह भी कहा कि मौका स्थल का विशेष दौरा कर यथा स्थिति को देखते हुए समस्या का जल्द से जल्द निराकरण करें ताकि ईद से पूर्व ईदगाह का संरक्षण हो।

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