नरेन्द्र कुमार, ब्यूरो चीफ़, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
अयोध्या में राम मंदिर प्रतिष्ठापना के बाद होने वाले लोकसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत से 100 सीटे दूर खड़ी भाजपा ने इस आंकड़े को पाटने के लिए बिहार से नीतिश कुमार को साध लिया है। नीतिश कुमार के साथ बिहार में सरकार बनाने के बाद भाजपा के नेता अमित शाह और नीतिश कुमार दोनों अपने बयानों से पलट गए है लेकिन पलटू राम सिर्फ़ नीतिश कुमार को हि कहा जा रहा है। चरणदास मीडिया में इतनी ताक़त नहीं की वो नीतिश को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी पार्टी की भूमिका की समीक्षा करें। महाराष्ट्र की गैर कानूनी शिंदे-फडणवीस सरकार में शामिल भाजपा के मंत्रियों को मध्य प्रदेश, राजस्थान की तरह लोकसभा के मैदान में उतरना पड़ेगा। इस खतरे को भांपकर भाजपा के नेताओं ने अपने अपने निर्वाचन क्षेत्रो से विपक्ष के प्रभावी चेहरों को भगवा दल में मिलाना शुरू कर दिया है।
भाजपा नेता गिरीश महाजन को पानी पी पी कर कोसने वाले NCP (शरद पवार गुट) के भूतपूर्व नेता संजय गरुड़ ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर मुंबई में आयोजित पार्टी प्रोग्राम में भाजपा का दामन थाम लिया है। देवेंद्र फडणवीस की प्रमुख उपस्थिति में इस समारोह का मंचन किया गया। भाजपा प्रवेश से कुछ दिन पहले गरुड़ ने NCP का संवाद संमेलन बुलाकर कार्यकर्ताओं को अपने फैसले से अवगत कराया था। गरुड़ को भाजपा में शामिल करने को लेकर महाजन ने भाजपा कार्यकर्ताओं से ऐसा कोई खुला संवाद स्थापित करना ज़रूरी नहीं समझा। रावेर लोकसभा सीट से गिरिश महाजन को भाजपा का प्रत्याशी बनाया जा सकता है इस लिए गरुड़ को अपने पाले में कर लिया गया होगा।
गरूड़ के कारण लोकसभा चुनाव में जामनेर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को करीब 30-40 हजार वोटों की अतिरिक्त ताकत मिल सकती है। कांग्रेस से डॉ उल्हास पाटील और केतकी पाटील को भाजपा में शामिल करने के बाद दुनिया की सबसे ताकतवर पार्टी को कितने वोटों का फायदा होगा यह तो वक्त हि बताएगा। भाई भतीजावाद जातिवाद, अंदरूनी कलह, गुटबाज़ी, पार्टी के बाहरी तत्वों कि पार्टी के भीतर की मौजूदगी से ओतप्रोत जामनेर ब्लॉक NCP ने संजय गरूड़ जैसे बेहद शानदार नेतृत्व वाले नेता को गंवाकर सेल्फ गोल कर लिया है इसका असर जामनेर विधानसभा सीट पर भी देखने को मिलेगा।
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