अविनाश द्विवेदी, भिंड ( मप्र ), NIT; भिंड जिला के रौन थाना परिसर में स्वच्छता दिवस के दिन थाना प्रभारी एस एस गौर द्वारा अपने ही थाने में पदस्थ हवलदार पर जबरन काम कराना बहुत ज्यादा महंगा पड़ गया। हवलदार ने थाना प्रभारी की प्रताड़ना से तंग आकर सल्फास की गोलियां खा ली जिसकी ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में उपचार के दौरान बीती शाम मौत हो गई। मृतक हवलदार राम कुमार शुक्ला ने आत्मघाती कदम उठाने से पहले अपने परिजनों से बार-बार यह कहा कि थाना प्रभारी उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं, वे एसपी और मीडिया से बात करें। यही नहीं एसपी से भी मृतक हवलदार शुक्ला ने फोन पर बात की जिसमें उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी उन्हें बेहद तंग कर रहा है और थाने में व्यापक भृष्टाचार हो रहा है। इन सब बातों के ऑडियो सामने आए हैं जोकि चौंकाने वाले हैं। दूसरी ओर परिजन सीधा आरोप रौन थाना प्रभारी एस एस गौर और जिला पुलिस अधीक्षक अनिल सिंह कुशवाह के ऊपर लगा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि हमारे पिता की मौत के जिम्मेदार थाना प्रभारी और जिले के वरिष्ठ अधिकारी हैं। अगर हमारे पिता की गुहार को अधिकारियों ने सुना होता तो शायद मेरे पिता आज मेरे साथ होते।
गृहमंत्री ने दिए जांच के आदेश
मृतक हवलदार राम कुमार शुक्ला के मरने से पहले पुलिस अधीक्षक और अपने परिजनों से की गई बातचीत के ऑडियो वायरल होने के बाद पूरे प्रदेश में सनसनी फैल गई, जिस का परिणाम यह हुआ कि स्वयं गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने इस मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। अब चंबल डीआईजी अनिल शर्मा इस पूरे मामले की जांच करेंगे और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करेंगे। वहीं दूसरी ओर प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस भी हरकत में आ गयी है और उसने कुछ देर बाद एसपी ऑफिस पर घेराव का ऐलान कर दिया है। परिजनों ने थाना प्रभारी एस एस गौर पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज करने की मांग की है साथ ही परिजनों ने पुलिस अधीक्षक पर समुचित कार्यवाही करने की मांग की है। भिंड में जिला प्रशासन और पुलिस वालों ने अहतियातन चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी है। भिंड में मृतक के परिजनों व समाजसेवियों तथा कांग्रेस के द्वारा हंगामे के आसार नजर आ रहे हैं।
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