बुरहानपुर विधानसभा क्षेत्र के 76.32% मतदाताओं ने उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में किया लॉक | New India Times

मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

संपूर्ण मध्य प्रदेश सहित बुरहानपुर ज़िले की नेपानगर विधानसभा क्रमांक 179 और बुरहानपुर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 180 की हाई प्रोफाइल सीट पर 17 तारीख़ को मतदान मजमूई तौर पर शांति पूर्वक संपन्न हुआ। शाम 6:00 बजे की फाइनल स्थिति के अनुसार बुरहानपुर वि स क्षेत्र में 76.32 प्रतिशत मतदान हुआ। बुरहानपुर जिले की दोनों विधानसभा में संपन्न हुए शांतिपूर्वक मतदान का समस्त श्रेय बुरहानपुर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सुश्री भव्या मित्तल के कुशल नेतृत्व को जाता है। जिन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्य चुनाव आयुक्त के निर्देशानुसार लगभग 2 महीने की मेहनत के बाद आज राहत की सांस ली होगी। प्रातः 7:00 बजे से शुरू हुए मतदान में चुनाव अधिकारी से प्राप्त अपडेट के अनुसार सुबह 9:00 बजे तक कल 11.06%,, प्रातः 11:00 बजे 25.13%,, दोपहर 1:00 बजे 41.69%,, दोपहर 3:00 बजे 56.22 %,, शाम 5:00 बजे 70.78% और शाम 6:00 बजे क्षेत्र 76.32% मतदान हुआ। बुरहानपुर की हाई प्रोफाइल सीट पर खंडवा लोकसभा क्षेत्र के सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने अपनी पत्नी एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती जय श्री पाटिल के साथ संजय नगर में मतदान किया। बुरहानपुर विधायक एवं बुरहानपुर विधानसभा क्षेत्र से इस बार कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी ठाकुर सुरेंद्र सिंह उर्फ़ शेरा भैया ने ग्राम झिरी में अपने परिवार सहित मतदान किया। दिवंगत सांसद स्वर्गीय नंदकुमार सिंह चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती दुर्गेश्वरी देवी चौहान, पुत्र एवं बुरहानपुर विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय प्रत्याशी हर्षवर्धन सिंह चौहान ने अपने परिवार सहित शाहपुर में मतदान किया।

बुरहानपुर की प्रथम नागरिक एवं महापौर श्रीमती माधुरी अतुल पटेल, जिला कांग्रेस कमेटी के शहर अध्यक्ष रिंकू टांक सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी मतदान करके सोशल मीडिया पर अपने फोटो अपलोड की। इसके अतिरिक्त कलेक्टर बुरहानपुर द्वारा स्थापित की गई सेल्फी प्वाइंट के माध्यम से भी अनेक जन प्रतिनिधिगण ने अपने फोटो सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित किया। बुरहानपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैया ने सबसे पहले मतदान और फिर जलपान की अपील की। वहीं खंडवा लोकसभा क्षेत्र के सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने मीडिया के साथ चुनावी चर्चा में बताया गया जिले की दोनों सीट और खंडवा संसदीय क्षेत्र की आंठों सीट भाजपा की झोली में आएगी। वही निर्दलीय उम्मीदवार एवं दिवंगत सांसद के पुत्र हर्षवर्धन सिंह चौहान के सारथी बने भाजपा के बेबाक रहनुमा मनोज वल्लभ तारवाला ने फिर दोहराया कि बुरहानपुर विधानसभा क्षेत्र के सभी उम्मीदवारों को हर्ष वर्धन का ट्रक अपने-अपने घर छोड़कर आएगा और ट्रक से जीत कर विधान सभा पहुंचेंगा। इस विधानसभा चुनाव में जहां युवकों और शिवराज सिंह चौहान द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित हुई महिलाओं की भूमिका महत्त्वपूर्ण दिखाई दी, वहीं मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में एमआईएम पार्टी को व्यापक समर्थन प्राप्त हुआ है।

आखरी समय में दिग्विजय सिंह और इमरान प्रतापगढ़ी की सभा के बाद मुस्लिम समाज का मूड बदलता नजर आया और एमआईएम के साथ-साथ कांग्रेस उम्मीदवार को मुस्लिम समाज की अच्छे वोट मिलने के समाचार हैं। हालांकि मुस्लिम क्षेत्र में मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर मतदाताओं के नाम नहीं आने की शिकायत भी मतदान के दिन सामने आई है। दाउदपुर वार्ड में दो पार्टी के कार्यकर्ताओं के मध्य विवाद की स्थिति भी बनी लेकिन कोई बड़ी घटना नहीं हो पाई। एक अंदाज़ के मुताबिक मतदाता सूची में जिन मतदाताओं के नाम कटे हैं उनके लिए सोशल मीडिया के ज्ञानियों और महा पंडितों ने सुझाव दिया कि वह धारा 49 ए के तहत चुनौती वोट डाल सकते हैं। इसी दरमियान बुरहानपुर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता श्री यूनुस पटेल की राय भी सामने आई के जन प्रतिनिधित्व कानून के अंतर्गत ऐसा प्रावधानित नहीं है। अभी सिलसिले में जो भी मामला वह एक अलग चैप्टर है।बुरहानपुर से कांग्रेस उम्मीदवार ठाकुर सुरेंद्र सिंह उर्फ़ शेरा भैया ने सोशल मीडिया के माध्यम से और एमआईएम की उम्मीदवार नफीस मंशा खान ने वीडियो संदेश के माध्यम से बुरहानपुर की जनता का शुक्रिया अदा किया है। वही निर्वाचन समाप्ति के उपरांत मतदान दलों की टीम के वापस आने पर जिला पंचायत बुरहानपुर की सीईओ श्रीमती सृष्टि जयंत देशमुख एवं बुरहानपुर कलेक्टर एवं ज़िला निर्वाचन अधिकारी सुश्री भव्या मित्तल ने ढोल नगाड़े के साथ उनका स्वागत किया साथी शांतिपूर्वक निर्वाचन संपन्न करने पर सभी अधिकारियों कर्मचारियों यो सहित आम जनता का आभार माना। वैसे तो बुरहानपुर विधानसभा क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमाई कर रहे थे लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा कांग्रेस निर्दलीय और एमआईएम के दरमियान था। और इन चारों उम्मीदवारों ने खूब मेहनत करके पसीना बहा कर आखिरी दिन तक अपना जोर लगाया। लेकिन जनता ने किसकी ताजपोशी की है ? यह तो आने वाली 3 दिसंबर को ही पता चल पाएगा।

वैसे बुरहानपुर के एक प्रतिष्ठित मीडिया घराने ने जीरो ग्राउंड पर अपने पत्रकारों द्वारा किए गए आकलन के अनुसार निर्दलीय उम्मीदवार को प्रथम वरीयता क्रम पर बताया जा रहा है वही अन्य पत्रकारों द्वारा बुरहानपुर के वर्तमान विधायक एवं कांग्रेस प्रत्याशी के बारे में भी जनता के बीच ली गई राय के अनुसार यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बुरहानपुर विधानसभा क्षेत्र से वे सीट निकाल सकते हैं। मजमुई तौर पर कांग्रेस उम्मीदवार को एमआईएम पार्टी ने और भाजपा उम्मीदवार को निर्दलीय प्रत्याशी ने अंदरुनी चोट पहुंचाई है। शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न होने के बाद वैसे तो लगभग एक दर्जन से अधिक उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम मशीन में लॉक हो चुका है और ईवीएम मशीन है पुरी सुरक्षा के साथ सुरक्षाकर्मियों की निगरानी में एक कमरे में बंद है लेकिन इस चुनाव के चार प्रमुख दलों के उम्मीदवार अपनी अपनी जीत का 100% दावा अपने अपने अंदाज़ में कर रहे। लेकिन जीत तो किसी एक उम्मीदवार की ही होगी। बादशाहगर जनता ने उन्हें किस आधार पर और क्यों ताजपोशी की है। अपनी नुमाइंदगी के लिए उसे क्यों पसंद किया और चुना ? यह तो आगामी 3 दिसंबर को ही पता चल पाएगा। इसके लिए 15 दिन का इंतेज़ार अपेक्षित है। लेकिन इस बीच में अनुमान लगाने वालों और दावा करने वालों को कोई नहीं रोक सकता। लेकिन सियासी पंडितों का अनुमान है कि बुरहानपुर विधानसभा क्षेत्र के परिणाम चौंकाने वाले हो सकते हैं।


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By nit

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