रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी/पंकज बडोला, झाबुआ (मप्र), NIT:

मप्र सरकार ने 450 रुपए में गैस सिलेंडर देने की घोषणा तो की लेकिन शहर में पंजीयन की रफ्तार काफी धीमी है।
अब तक सिर्फ 170 पंजीयन हुए हैं।
शुरुआत में आधार कार्ड और गैस कनेक्शन के नाम में अंतर होने पर पोर्टल में मिस मैच होने के कारण इसे एक्सेप्ट नहीं कर रहा था, लेकिन अब पोर्टल अपडेट हो गया है।
लिहाजा नामों में मिस मैच वालों के पंजीयन भी हो रहे हैं।
इसके चलते अब पंजीयन की रफ्तार बढ़ने की संभावना है। जिले में लगभग 1 लाख 25 हजार से अधिक लाड़ली बहनें हैं। जबकि जिले में उज्ज्वला योजना के 29 हजार 700 से अधिक कनेक्शन बांटे गए हैं।
उज्ज्वला योजना वाली महिलाओं के पंजीयन तो आसानी से हो गए लेकिन जिन लाड़ली बहनों के नाम गैस कनेक्शन ना होकर पति के नाम है वे इस योजना का लाभ नहीं ले पा रही हैं।
अधिकांश महिलाएं गैस एजेंसी पर नाम ट्रांसफर कराने पहुंच रही हैं तो गैस एजेंसियां उन्हें नियमों का हवाला देकर नाम ट्रांसफर नहीं कर पा रही हैं
इसलिए भी पंजीयन की रफ्तार धीमी है।
ऐसे में पिछले दिनों उमराली आए सीएम शिवराजसिंह चौहान ने कलेक्टर को निर्देश दिए थे कि वे गैस एजेंसियों से कहें कि पति के नाम का गैस कनेक्शन पत्नी के नाम ट्रांसफर कराने से इनकार ना करें।
हालांकि अब तक एजेंसियों के पास इस तरह के कोई निर्देश नहीं पहुंचे हैं।
शुरुआत में सिर्फ एक रजिस्ट्रेशन हुआ था
नगर पालिका में पंजीयन किया जा रहा है।
यहां पर तीन कम्प्यूटर लगाए गए हैं।
रोजाना 40 से अधिक महिलाएं पहुंच रही हैं।
प्रक्रिया शुरू होने के दौरान कई तरह की समस्या आ रही थी। पंजीयन शुरू होने के चार दिन होने के बाद भी सिर्फ एक ही पंजीयन हो पाया था।
ज्यादातर समग्र आईडी में जो मोबाइल नंबर है वह समग्र आईडी और आधार कार्ड से लिंक नहीं है जो मोबाइल नंबर पहले लिंक था, वह अब खो गया है और वर्तमान में न मोबाइल और न ही नंबर, ऐसी स्थिति में ओटीपी नहीं मिल पा रहा है। सर्वर नहीं आना और वेबसाइट स्लो आने की समस्या भी बनी रहती है।
बताया जा रहा है 5 अक्टूबर तक ही होंगे पंजीयन
जिले में 1 लाख 25 हजार से अधिक लाड़ली बहनें पंजीकृत हैं जिन्हें सस्ते सिलेंडर वाली योजना का लाभ मिल सकता है। जाहिर है कि शेष बची महिलाओं का बचे हुए दिनों में पंजीयन कराना मुश्किल होगा। क्योंकि अब तक योजना में उम्मीद से काफी कम पंजीयन हुए हैं। बता दें, कि राज्य सरकार ने लाभार्थी महिलाओं के नाम से गैस कलेक्शन होने पर उन्हें 450 रुपए में सिलेंडर देने की योजना 13 सितंबर को घोषित की गई थी। 18 सितंबर से इसके पंजीयन शुरू हुए हैं। कहा जा रहा है कि पंजीयन सिर्फ 5 अक्टूबर तक ही होंगे। हालांकि इस तरह के कोई लिखित निर्देश नहीं पहुंचे हैं। यदि 5 अक्टूबर को आखिरी तारीख मान ली जाए, तब फिर शेष रही लाडली बहनों का पंजीयन होना भी मुश्किल है।
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