मकसूद अली, यवतमाल (महाराष्ट्र), NIT;
कर्मचारियों के नाम पर 270 करोड़ रुपए कर्ज लेकर ठगी के मामले में सीबीआई के दस्ते ने वणी की जी. एस आइल मिल की जांच पड़ताल की। बैंक का नोटिस मिलने पर यह धोखाधड़ी का मामला उजागर हुआ था।
विगत वर्ष कर्मचारियों को जब बैंक का नोटिस मिला तब धोखाधड़ी की बात कर्मियों के ध्यान में आई। कर्मचारियों द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार यह मामला सीबीआई को सौंपा गया हैं। इस दौरान कंपनी के 25 से 30 कर्मचारियों के बयान भी लिए गए हैं।
बनाया था 10 कर्मियों का एक गुट
उल्लेखनीय है कि जी. एस. आइल मिल कंपनी में 300 कर्मचारी काम करते थे। कंपनी के संचालकों ने कर्मियों से पहचानपत्र की आवश्यकता होने की बात कह कर उनका फोटो, चुनाव का पहचानपत्र मंगवाया था, साथ ही कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर भी लिए थे।10 कर्मियों का एक गुट बना कर उसका प्रमुख एक को बनाया गया था। इस तरह 30 गुट बनाकर हर गुट के नाम पर 80 से 86 लाख रुपए कर्ज लिया गया।
2 साल से बंद है मिल
वर्ष 2012 में वर्धा हिंगनघाट की यूको बैंक शाखा से यह कर्ज लिया गया था। विगत दो वर्ष से यह ऑइल मिल बंद हैं। मिल के संचालक के खिलाफ वणी पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया हैं।
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