भाई ने अपने दो पुत्रों के साथ कुल्हाड़ी से भाई को उतारा मौत के घाट | New India Times

मुबारक अली, ब्यूरो चीफ, शाहजहांपुर (यूपी), NIT:

भाई ने अपने दो पुत्रों के साथ कुल्हाड़ी से भाई को उतारा मौत के घाट | New India Times

उत्तर प्रदेश के जनपद शाहजहांपुर में ज़मीनी विवाद और तंज काशी के चलते भाई ने अपने दो पुत्रों के साथ मिलकर कुल्हाड़ी से भाई को मौत के घाट उतारा दिया, पुवायां क्षेत्र के सीखमपुर में कमलेश ने डायल 112 को सूचना दी की उसके भाई सोने सिंह की किसी ने हत्या कर दी है।

प्रवीण सोलंकी प्रभारी निरीक्षक जलालाबाद टीम के साथ पहोंचे।
फॉरेंसिक टीम मौके पर बुलाई गई और रात में भी पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा व अजय कुमार राय क्षेत्र अधिकारी जलालाबाद द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया।

मृतक सोने सिंह अविवाहित था

सोने सिंह के पिता शेर सिंह ने दो शादियां की थी पत्नी राम बेटी के 3 पुत्र कल्लू, पप्पू व सोने थे, वहीं दूसरी पत्नी मुन्नी देवी से कमलेश सभी पुत्र अलग-अलग रह रहे थे और मृतक का पिता उसके भाई कमलेश के साथ रह रहा था और पूरी ज़मीन कमलेश को दे रखी थी।

मृतक का भाई पप्पू ज़मीन में से अपने पिता से हिस्सा मांग रहा था हिसाब मांगने पर भी मृतक के पिता शेर सिंह के द्वारा ज़मीन में हिस्सा नहीं दिया।

अपनी 20 बीघा ज़मीन की वसीयत सोने सिंह व कमलेश के नाम 3 माह पूर्व कर दी थी।

इस बात को लेकर पप्पू के साथ विवाद होता रहता था मृतक सोने सिंह, कमलेश की तरफदारी करता था और शराब पीकर पप्पू व उसके बच्चों के साथ गली गलौज करता था।

इसी कारण बीती रात पप्पू ने अपने लड़के प्रमोद व विनोद के साथ मिलकर कुल्हाड़ी से सोने सिंह की हत्या कर दी और लाश को अपने दूसरे भाई कमलेश को फंसाने की नियत से उसके दरवाज़े पर डाल दिया।

मृतक की चारपाई जिस पर हत्या की गई थी उसको धो दिया और वहां की ज़मीन को भी धो दिया और तीनों घर से फरार हो गए।

पुलिस को सूचना मिली थी पप्पू और उसके लड़के प्रमोद व विनोद हत्या करके मोटरसाईकिल से पंचल घाट फर्रुखाबाद गए हैं जिन्हें हुलसपुर चौराहे से गिरफ़्तार कर लिया गया।

तीनों अभियुक्तों ने अपना जुर्म स्वीकार किया, वहां पुलिस ने आला कत्ल कुल्हाड़ी, खूना लूदा कपड़े व मोटरसाइकिल बरामद की।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

By nit

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading