उर्दू अकादमी के जानिब से पहला मुशायरा झाबुआ में हुआ संपन्न | New India Times

रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:

मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी देश संस्कृति परिषद संस्कृति विभाग मध्यप्रदेश शासन के सौजन्य से जिला अदब गोशा झाबुआ अलीराजपुर द्वारा संयुक्त तारतम्य अकादमी की निदेशक मोहतरमा नुसरत मेहदी के मार्गदर्शन में व ज़िला समन्वय सरफराज भारतीय संयोजन रचनास्मृति प्रसंग व रचना पाठ का आयोजन आज़ादी अमृत महोत्सव के तहत स्थानीय पेलेस गार्डन में संपन्न हुआ।

निर्देशक मध्यप्रदेश अकादमी नुसरत मेहंदी प्रदेश भर में अदबी माहौल नए शायरों को प्रोत्साहित हेतु बढ़ावा दे रही अकादमी द्वारा आयोजित सिलसिला कार्यक्रम में इतिहास विदद उच्च शिक्षा विभाग के सेवानिवृत्त प्राचार्य के, के, त्रिवेदी ने चंद्रशेखर आज़ाद के व्यतित्व व जीवन प्रसंग पर विस्तार से प्रकाश डाला। ज़िले में लंबे समय तक रहें उस्ताद शायद उर्दू अदब के मरहूम असर इन्दोरी की शायरी व तारीख अदब पर वरिष्ठ शायर वाहिद फ़राज़ ने शब्दों से रौशनी फरमाई। सरफराज भारतीय के संचालन में संपन्न उक्त मुशायरा सिलसिला कार्यक्रम विशिष्ट वक्ता व उर्दू के मशहूर शायर अकादमी द्वारा झाबुआ में भेजें गये मुस्ताक अंसारी थे।

झाबुआ व अलिराजपुर के शायरों ने अपने कलाम से देश भक्ति आज़ाद आज़ादी के अमृत महोसव प्रसंग व कौमी एकता सद्भाव की बात कही।
शिराज तन्हा अलिराजपुर ने नात शरीफ़ से मुशायरा का आगाज़ किया भैरूसिंह चौहान तरंग ने वंदे मातरम रचना का पाठ किया। इरफान अलिराजपुरी देशभक्ति नज़्म की प्रस्तुति दी।

डाक्टर वाहिद फ़राज़ ने मुल्क की हिफाजत की दुआ नज़्म से सभी को भावुक कर दिया।
दिपक कटकानी काली देवी शान तिरंगा। देश की पहचान तिरंगा रचना का पाठ किया ओजस्वी कवि शायर निसार पठान रम्भापुरी ने नज़्म मेरा भारत मांगी मुराद मन्नत लगता है।

मेरा भारत तों खुशनुमा जन्नत लगता है। से जोश व देशभक्ति के जज्बे का संचार किया। सुश्री लता देवल। आसीफ ख़ान इरफान कुरैशी एजाज़ नाज़ी धारवी अफरोज मकरानी पीडी रायपुरिया ने अपने कलाम से सबका मंत्रमुग्ध कर दिया।
ज़िले में पहली बार आयोजित उक्त आयोजन में शिरकत करने राणापुर कालीदेवी मेघनगर थांदला अलिराजपुर से साहित्य प्रेमि व उर्दू अदब से जुड़े लोग पहुंचे।

आयोजन में थांदला के सदर हशमुतलला ख़ान हाजी पार्षद गुलरेज समाजसेवी नीरज राठौर पेंशनर संघ के पुर्व अध्यक्ष रतन सिंह राठोर रानपुर के वरिष्ठ कवि सुरेश समीर, प्रभारी प्रिंसीपल जनजातीय विभाग फिरोज ख़ान, लेखापाल जनजातीय विभाग ज़फ़र ख़ान विनोद परमार आदि उपस्थित रहे।

करीब तीन घंटे तक मुशायरे का सफल संचालन निजामत समन्वयक सरफराज भारतीय अफरोज मकरानी ने की आभार शुक्रिया शिराज तन्हा ने अदा किया।


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