उर्दू भाषा की पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराने हेतु बुरहानपुर के नवागत डीईओ को सौंपा ज्ञापन | New India Times

मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

उर्दू भाषा की पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराने हेतु बुरहानपुर के नवागत डीईओ को सौंपा ज्ञापन | New India Times

आज दिनांक 3 अगस्त को दारूस्सुरूर एजुकेशन सोसायटी बुरहानपुर एवं राष्ट्रीय अल्पसंख्यक मुस्लिम कल्याण संगठन बुरहानपुर द्वारा बुरहानपुर के नवागत ज़िला शिक्षा अधिकारी संतोष सिंह सोलंकी को ज़िले की शासकीय उर्दू शालाओं व मदरसों में कक्षा पहली से 12वीं की पुस्तकें उपलब्ध कराने बाबत एक ज्ञापन सौंपा गया।

उर्दू भाषा की पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराने हेतु बुरहानपुर के नवागत डीईओ को सौंपा ज्ञापन | New India Times

दारूस्सुरूर सोसाइटी के चेयरमैन तनवीर रज़ा बरकाती ने बताया कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2023-24 की समस्त शालाऐं एवं मदरसे प्रारंभ होने को लगभग 2 माह हो चुके हैं। परंतु आज दिनांक तक कक्षा पहली से कक्षा 12वीं तक की उर्दू माध्यम की पुस्तकें शालाओं तक नहीं पहुंच पाई हैं,जिससे विद्यार्थियों को काफी व्यवहारिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और शिक्षकगणों को भी पढ़ाने में बाधा उत्पन्न हो रही है।

उर्दू भाषा की पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराने हेतु बुरहानपुर के नवागत डीईओ को सौंपा ज्ञापन | New India Times

राष्ट्रीय अल्प संख्यक मुस्लिम कल्याण संगठन के जिलाध्यक्ष नौशाद अली अंसारी ने कहा के मध्यप्रदेश शासन आज दिनांक तक उर्दू माध्यम की पुस्तकें उपलब्ध कराने में असमर्थ है। बिना पुस्तकों के विद्यार्थियों का शैक्षणिक सत्र अंधकार में होकर उनका भविष्य दुविधा का विषय बना हुआ है। उक्त विषय पर जानकारी प्राप्त करने के बाद ज़िला शिक्षा अधिकारी सोलंकी ने कहा कि हम जल्द से जल्द उर्दू माध्यम की पुस्तकें उपलब्ध कराने की कोशिश करेंगे। बात यहीं आकर समाप्त होती है कि हर बात/काम के लिए जब तक ज्ञापन आदि ना दिया जाए तब तक व्यवस्थाएं नहीं होती है। जबकि यह विषय सामान्य रूटीन की विषय वस्तु है और शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने के साथ ही समय सीमा में छात्र छात्राओं को पुस्तकें उपलब्ध कराना चाहिए।


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