अशफाक कायमखानी, नागोर (राजस्थान), NIT; राजस्थान में कायमखानी बिरादरी के करीब 57 गांव होने के कारण प्रदेश भर में सत्यावनी के नाम से विख्यात नागोर जिले के डीडवाना क्षेत्र के चोलूखां गांव के एक बेटे कुंवर सरवर खान IPS को भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी रहते हुये पाक परवरदीगार की मर्जी से खिदमत ऐ खल्क का ऐसा शोक लगा कि उनके पूलिस सेवा में तरक्की पाते पाते पुलिस महानिरीक्षक (IG-POLICE) पद से रिटायर होने के बावजूद वो अराम भरी जिंदगी को त्याग कर आज वो अपने जीवन का पुरा समय खिदमत ए खल्क में लगाकर अपने आपको अल्लाह पाक की बंदगी में लगा कर अपने जीवन को संवारने में लगे हुये हैं।
पुलिस सेवा काल में इमानदार, कर्तव्यनिष्ठ व कड़क छवि के अधिकारी के तौर पर पहचान बना चुके सरवर खान जब तरक्की पाकर IPS बनने के कुछ दिनों बाद ही वो अपने जीवन को पूरी तरह बदल कर खिदमत ए खल्क की तरफ ऐसा मोड़ा कि उसके बाद तो वो निरंतर खिदमत ए खल्क की तरफ बढते चले आ रहे हैं। उन्होंने IPS रहते ही अपनी अर्जित तमाम जायजाद का इस्लामी तरीके से सभी हकदारों को उनका हक देते हुये बंटवारा करके अपने हिस्से में आई जायदात को वक्फ करके तमाम इंसानों को आज के आर्थिक युग व रिश्तों में मची मारकाट के माहोल मे एक नई दिशा दिखाई है।
रुहानी दुनिया में पूरी तरह रम चुके चोलूखां के बेटे जो अब जयपुर के झोटवाड़ा क्षेत्र में निवास करने वाले सरवर खान ने अपने आबाई गावं में हिस्से में आई जमीन पर अपने जीवन भर के पसीने की कमाई से एक शानदार डबल मंजिल का सभी आधुनिक जरुरत व आवश्यक्ताओं को पूरा करने वाला मदरसा ” मकतब ए अमन” बनाकर उसमें दीन के आलिम ए दीन (महिला व पुरुष उस्ताद) का मुकम्मल इंतेजाम करके उसमें मर्द व औरतों के साथ उन बच्चों के लिये भी दीनी तालिम का इंतेजाम किया है जो अन्य स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करते हैं। जो स्कूल समय के अलावा मिलने वाले अतिरिक्त समय में दीनी तालीम हासील कर सकें। अनेक बडी उम्र पार कर चुके रिटायर्ड लोगो ने भी कुरान ऐ पाक व हदीस की तालीम हासिल करके अपने आपको संवारा है। आज स्वतंत्रता दिवस पर चोलूखां के मकतब ए अमन में राष्ट्र ध्वज फहरा कर समारोह मनाया गया।
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