नरेन्द्र कुमार, ब्यूरो चीफ, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
जामनेर ब्लॉक स्वास्थ विभाग तथा उमेद अभियान के साझा तत्वावधान में विश्व महिला दिवस के उपलक्ष्य में आशा दीदियों का सम्मान किया गया। पंचायत समिति में आयोजित इस समारोह का उद्घाटन नगराध्यक्ष साधना महाजन के हाथों किया गया। आशा वर्कर्स के लिए सरकार की ओर से जारी तमाम योजनाओं की जानकारी देने के साथ विधि सेवा समिति की ओर से उनको कानून मार्गदर्शन किया गया। इसके लिए न्यायधीश डी एन चामले, न्या. बी एम काले, न्या. पी वी सूर्यवंशी स्वयं उपस्थित रहे। इस दौरान रंगोली, चित्रकला प्रतियोगिता, प्रश्नमंजूषा इत्यादी का मंचन किया गया।
डॉ आशिष महाजन ने सारी आशाओं को मुखरोग एवं कर्करोग के विषय पर अनमोल मार्गदर्शन किया। साल भर उत्कृष्ट काम करने वाली आशाओं को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। मंच पर आर एस लोखंडे, कृषी अधिकारी अभिमन्यु चोपड़े, अतिरिक्त खंड विकास अधिकारी राजु ढेपले, सरकारी वकील अनिल सारस्वत, वकील संघ के बी.एम. चौधरी, एम.बी.पाटील, आय एम ए अध्यक्ष डॉ. संदीप पाटील, डॉक्टर्स असोसिएशन अध्यक्ष डॉ. चंद्रशेखर पाटील, निमा अध्यक्ष डॉ नंदलाल पाटील, डॉ प्रशांत भोंडे, डॉ अजय पाटील, डॉ.मनोज पाटील, डॉ मनोज तेली, अर्चना किरोते, रुपाली पाटिल आदि मौजूद रहे।
सूत्रसंचालन तहसील स्वास्थ अधिकारी डॉ राजेश सोनवणे ने किया। डॉ पल्लवी राऊत ने आभार प्रकट किए। कार्यक्रम की सफलता के लिए अण्णा दौड, अर्चना टोके, संगीता पाटील, रेखा तायडे, सुनीता पाटील, नीलिमा गवळी, माया बोरसे, सविता कुमावत, ज्योती पाटील, सुनयना चव्हाण, माधुरी पाटील, लता सुशिर, यमुना पाटिल, रविंद्र सूर्यवंशी, राजू पवार, गोपाळ पाटील, भागवत वानखेडे, व्ही.एच. माळी, सुनील पाटील, अनिल सोनवणे, प्रदीप पाटील, बशीर पिंजारी, आशा कुयटे, शिवाली देशमुख ने योगदान दिया।
मोदी जी की इच्छा हर गांव में पहुंचे पेयजल: गिरीश महाजन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की तमन्ना है कि देश के हर गांव में जनता को पीने का शुद्ध जल मिले इसलिए हमने जामनेर के 114 गांवों में 112 करोड़ रुपए खर्च कर जलजीवन मिशन का काम शुरू किया है, ऐसा प्रतिपादन ग्रामविकास मंत्री गिरीश महाजन ने किया है। आज लगातार दूसरे दिन तहसील के कई गांवों में ताबड़तोड़ तरीके से महाजन के हाथों जलजीवन के नारियल तोड़े गए। जलजीवन योजना के लॉन्च होने से पहले तहसील के 74 गांवों में भारत निर्माण योजना से मंजूर करोड़ों रुपयों की योजनाएं ठेकेदार चट कर गए हैं! अब मंत्री जी के कहे मुताबिक प्रधानमंत्री की इच्छा है तो हर घर नल और जल दोनों पहुंचने हैं। यानी बीते 28 सालों में जामनेर के हर गांव तक पेयजल की सैकड़ों योजनाएं पहुँची लेकिन पेयजल नहीं पहुंच सका। खैर जलजीवन का काम नाबार्ड और जिला परिषद की ओर से किया जाना है।
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