वी.के. त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:
दोषी थानाध्यक्ष निघासन सहित सभी सिपाहियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर घटना की सीबीसीआईडी जांच करा कर उन्हें बर्खास्त किए जाने की मांग को लेकर पलियाकलां के पत्रकारों ने ज्ञापन सौंपा है,पलिया के पत्रकारों को नमन करते हुए जनपद के सभी पत्रकारों से आग्रह है कि आप भी आगे आए पीड़ित पत्रकार भाई को एक साधारण व्यक्ति समझने वाली खीरी पुलिस को सबक सिखाये मैं पीड़ित पत्रकार भाई के साथ खुलकर हूँ,पुलिस की नजरों में पत्रकार एक ब्यक्ति उसके शिवा कुछ नहीं मेरी नज़रों में एक पत्रकार जिसको पुलिस बुरी तरह पीटती है जारी प्रेसनोट जले पर नमक छिड़कने का काम कर रहा है हर जगह पत्रकारों में भारी आक्रोश दिखाई दे रहा है।कहते हैं जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तब कहा धरा न्याय। बताते चलें निघासन कोतवाली पुलिस की खाकी रौब का जुनून सामने आया एक पत्रकार के घरेलू पति, पत्नी के आपसी विवाद में बड़ी ही निर्दयता से पत्रकार पति को पीटा,जब पीटने पर भी इच्छा पूरी नहीं हुई तो थर्ड डिग्री का प्रयोग किया गया,कौन सा ऐसा अपराध इस पत्रकार ने किया क्या कुबूलवाने के लिए हैवानियत पर उतर आई निघासन पुलिस आखिर किसने दे रखा है पुलिस द्वारा किसी भी व्यक्ति को इस तरह पीटने का हुक्म आखिर इस पत्रकार ने ऐसा कौन सा गुनाह कर दिया था आखिर किसके इशारे पर दी गई पत्रकार को तालिबानी सजा मामला ने तुल पकड़ा अपनी पीठ थपथपाने के लिए क्या केवल सिपाही ही दोषी बाकी सब बेकुसूर किसके इशारे पर पुलिस ने पत्रकार से पूरी दुश्मनी निकाली क्या खबरों की खुन्नस तो नहीं क्योंकि निघासन कोतवाली में कि बिना अपने सीनियर के आदेश के यह तालिबानी सजा देना समझ से परे है। इस मामले में कई दोषी आखिर तीन ही सिपाही क्यों निलंबित किया गया पत्रकार पर इस तरह से थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया बधाई के पात्र है पलिया के पत्रकारभाई है जिन्होंने इस मामले में उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है पूरे जिले के पत्रकार पुलिस की इस तरह से निंदनीय कार्य शैली से पत्रकार आहत अगर पीड़ित पत्रकार को न्याय नहीं मिला तो एक बड़े आंदोलन की तैयारी में पत्रकार हैं जिसकी जवाब देही खीरी पुलिस की होगी पलिया के पत्रकारों ने उपजिलाधिकारी पलिया रेनू सिंह को दिए गए ज्ञापन में निघासन के पत्रकार अटल दीक्षित को पीड़ित करने के दोषी थानाध्यक्ष निघासन सहित सभी सिपाहियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर घटना की सीबीसीआईडी जांच करा उन्हें बर्खास्त किए जाने की मांग की गई है। ज्ञापन देते समय नगर के वरिष्ठ पत्रकार रामचंद्र शुक्ल, हरीश श्रीवास्तव ,विवेक पांडेय ,धीरज गुप्ता, विवेक अर्कवंशी, उमेश गुप्ता, महबूब आलम, रजत मिश्रा, रहमत अली गुड्डू सिद्दीकी ,विश्वकांत त्रिपाठी ,सोनू साहनी ,जय कुमार गुप्ता, शिशिर शुक्ला, निर्जेश मिश्रा , महेश सिंह भदौरिया,फारुख अहमद,जितेंद्र सिंह, राजीव गुप्ता, प्रतीक अग्निहोत्री, राहुल गुप्ता, गोविंद कुमार गोयल , राजेश भास्कर आदि मौजूद रहे।
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