मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में महापौर पद के चुनावी परिणाम सामने आने के बाद और कांग्रेस उम्मीदवार श्रीमती शहनाज़ इस्माइल अंसारी के मात्र 542 वोटों से हारने के बाद कांग्रेसी गण एमआईएम पार्टी पर हमला करके पूरा दोष एमआईएम पर ही मढ रहे हैं और आरोपित कर रहे हैं कि एमआईएम के कारण कांग्रेस को महापौर पद गंवाना पड़ा। इस मामले में कांग्रेस सद्भावना प्रकोष्ठ बुरहानपुर के जिलाध्यक्ष मुशर्रफ़ ख़ान ने एमआईएम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी के नाम एक पत्र लेखबद्ध करके अपनी पीड़ा पत्र के माध्यम से बयान की है। हर व्यक्ति को अपनी बात रखने का हक हासिल है। निष्पक्ष पत्रकारिता के तकाज़ों के तहत कांग्रेस सद्भावना प्रकोष्ठ बुरहानपुर के अध्यक्ष मुशर्रफ़ ख़ान का यह पत्र हम प्रकाशित कर रहे हैं: ओवैसी साहब मै मानता हूँ चुनाव लड़ना हमारा सविधानिक अधिकार है लेकिन ओवैसी साहब मैं आज आप से पूछना चाहता हूँ के आप तो मुस्लिम कयादत की बात करते हैं तो क्या कांग्रेस प्रतियाशी मुस्लिम नहीं थी ? या जो आपकी पार्टी से चुनाव लड़ेगा आप उसे ही मुस्लिम कयादत मानते हैं ? कांग्रेस से मुस्लिम चुनाव लड़ेगा आप उसे मुस्लिम नहीं मानते। आपकी नज़र में कांग्रेस में कोई मुस्लिम है या दीगर पार्टी में वो गद्दार और आपकी पार्टी के मुस्लिम वफादार। आपको मालूम था कांग्रेस प्रत्याशी एक मज़बूत उम्मीदवार है और बुरहानपुर वाले ने उसे जिताने का पूरा मन बना लिए हैं पूरा माहौल बना हुआ था। ऐसे टाइम आपने अपनी टीम भेज कर और आप खुद ने आकर ये साबित कर दिया कि आपका मकसद क्या रहता है?
आज आपकी वजह से बुरहानपुर वालों को मुस्लिम कयादत सिर्फ 538 वोटों से नहीं मिल सकी। उसके लिए मैं आपको बहुत बहुत मुबारकबाद दूंगा। आप तो अपने मकसद में कामयाब हो गए। दिल तो बुरहानपुर के उन 52241 मतदाताओं का दुखा है लेकिन आपको इससे क्या? वैसे आपकी मुस्लिम कयादत को तो अब जनता समझ ही जाएगी क्यूंकि आपने उन 52241 मददाताओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। आज आपकी वजह से जो अपने यहां आकर अल्पसंख्यक वोटो का बटवारा कर दिया और बुरहानपुर वालो को मुस्लिम कयादत नहीं मिल सकी। वैसे तो बुरहानपुर में आम आदमी पार्टी भी लड़ी, बहुजन समाज पार्टी भी और निर्दलीय भी लड़े, लेकिन मै मुस्लिम कयादत को रोकने के लिए आपको ही ज़िम्मेदार मानूंगा क्यूंकि दीगर पार्टीयों के मुद्दे दूसरे रहते हैं। सिर्फ आप ही मुस्लिम कयादत को बढ़ावा देने की बात करते हैं।वैसे अब आपकी मुस्लिम कयादत वाली बात को हमारे बुरहानपुर के अल्पसंख्यक भाई अच्छी तरह समझ चुके है के आप किसे फायदा पहुंचाहने के लिए जनता को खास कर अल्पसंख्यको को गुमराह करते है।
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