साबिर खान, मथुरा/लखनऊ (यूपी), NIT:
शीतल शर्मा पत्नी संजय सारस्वत निवासी शक्तिनगर महोली रोड मथुरा की अचानक तबीयत खराब होने पर परिजनों ने जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया लेकिन उसकी तबीयत और खराब हो गई। डॉक्टर ने आनन-फानन में बताया कि महिला में खून की बहुत कमी होने के कारण अर्जेंट में एबी पॉजिटिव (AB+) खून की आवश्यकता है। परिजनों ने अपना टेस्ट करवाया तो नहीं निकला जिससे परिजनों की चिंता और बढ़ गई. पूरे परिवार ने मिलकर एबी (AB+) पॉजिटिव रक्तदाता की खोज करना शुरू कर दी, काफी प्रयास करने के बाद जब उसे कोई डोनर नहीं मिला तो मथुरा के सभी ब्लड बैंकों के चक्कर लगाने के बाद भी किसी भी ब्लड बैंक में एबी पॉजिटिव (AB +) नहीं मिला। क्योंकि यह ग्रुप रीयर ग्रुपों में से होने के कारण हजारों लोगों में से एक में मिलता है। इसकी खबर ब्रज यातायात एवं पर्यावरण जनजागरूकता समिति के प्रदेश अध्यक्ष विनोद दीक्षित को लगी तो उन्होंने एक मुहिम चलाई और एबी पॉजिटिव (AB+) ब्लड अपनी टीम से महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष व वार्ड नंबर 66 की पार्षद श्रीमती श्वेता शर्मा से मिल गया। प्रदेश अध्यक्ष व पार्षद श्रीमती श्वेता शर्मा ने जिला हॉस्पिटल की ब्लड बैंक मथुरा में देर रात्रि में पहुंचकर ब्लड बैंक में रात्रि में ड्यूटी दे रहे कर्मचारियों के निर्देशन में अपना रक्त देते हुए महिला की जान बचाई। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष, विनोद दीक्षित ने ब्लड बैंक में पहुंचकर श्रीमती श्वेता शर्मा को सराहनीय कार्य के लिए बधाई के साथ टीम की तरफ से उत्साह वर्धन किया.
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