राशन कालाबाजारी के आरोप में पकड़ा गया वाहन है "द्वार पहुंच" योजना का, यातायात ठेकेदार की मनमानी पर ज़िला प्रशासन ने साधी चुप्पी | New India Times

कासिम खलील, बुलढाणा (महाराष्ट्र), NIT; ​राशन कालाबाजारी के आरोप में पकड़ा गया वाहन है "द्वार पहुंच" योजना का, यातायात ठेकेदार की मनमानी पर ज़िला प्रशासन ने साधी चुप्पी | New India Times

कम दामों में राशन का अनाज गरीब जनता को मिले इसलिए सरकार करोड़ों – अरबों रुपए खर्च कर रही है, लेकिन यह अनाज क्या वाकई में हकदारों को मिल रहा है?  यह प्रश्न चिन्ह उपस्थित होना लाजमी है। पिछली कुछ घटनाओं पर नजर डाली जाए तो पता चलता है कि बुलढाणा जिले में राशन की कालाबाजारी कितने उरूज पर है। कल धाड पुलिस द्वारा एक वाहन को राशन का अनाज होने के संशय में पकड़ा गया था जिसमें लाद कर सरकारी राशन का चावल ले जाया जा रहा था। पुलिस ने वाहन चालक पर जीवन आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत अपराध दर्ज करते हुए वाहन को जप्त कर लिया है। इसी मामले में “NIT” के हात सनसनीखेज जानकारी लगी है। जिस वाहन में यह चावल ले जाए जा रहे थे वह वाहन सरकार की “द्वार पहुंच योजना” का है, जिसका पंजीयन जिला आपूर्ति कार्यालय में मौजूद है।​
राशन कालाबाजारी के आरोप में पकड़ा गया वाहन है "द्वार पहुंच" योजना का, यातायात ठेकेदार की मनमानी पर ज़िला प्रशासन ने साधी चुप्पी | New India Timesबुलढाणा जिले के धाड़ थाने के थानेदार संग्राम पाटिल को गुप्त जानकारी मिली थी कि एक वाहन में अवैध रूप से राशन का अनाज कालाबाजारी के लिए ले जाया जा रहा है, जिसके आधार पर थानेदार ने अपने दल के साथ जाल बिछाकर वाहन क्रमांक एम एच-02 एक्सए 6541 को पकड़ा। वाहन चालक से पूछताछ में वह पुलिस को समाधानकारक उत्तर नहीं दे पाया। इस वाहन में 51 क्विंटल चावल ले जाया जा रहा था। पुलिस ने धाड थाने में आरोपी वाहन चालक गजानन दुर्गेश मोहले के खिलाफ अपराध दर्ज किया। आरोपी को आज बुलढाणा कोर्ट के समक्ष पेश किए जाने पर उसे न्यायालीन कस्टडी में भेज दिया गया है।​राशन कालाबाजारी के आरोप में पकड़ा गया वाहन है "द्वार पहुंच" योजना का, यातायात ठेकेदार की मनमानी पर ज़िला प्रशासन ने साधी चुप्पी | New India Timesबुलढाणा ज़िले में राशन का अनाज कालाबाजारी में जाते समय वाहन पकड़े जा रहे हैं। यह सिलसिला पिछले माह से निरंतर सामने आ रहा है। जिले में राशन माफिया जिला प्रशासन को ठेंगा बताकर गरीब जनता का हक मार रहे हैं, निश्चित रूप से इस कालाबाजारी में आपूर्ति विभाग भी कहीं न कहीं संलिप्त जरूर है। यही कारण है कि राशन माफिया बेलगाम नजर आ रहे हैं। राशन माफिया किस के दम पर अपनी काली करतूत अंजाम दे रहे हैं? राशन माफिया का सरगना कौन है? इन सभी बातों की गंभीरता से जांच होनी चाहिए। धाड में पुलिस ने जो वाहन पकड़ा है वह शासन की “द्वार पहूँच योजना” का है। शासन ने सुधारित धान्य यातायात व्यवस्था अमल में लाई है जिसके तहत राशन दुकानदारों को सरकारी राशन गोदाम से गांव में अपनी राशन दूकान तक अनाज ले जाने की आवश्यकता नहीं है। अब राशन दुकानदारों को तहसिल स्तर के सरकारी राशन गोदाम से उनकी दुकान तक राशन का अनाज सरकार अपने खर्च से पहुंचा रही है, ताकि राशन के अनाज की कालाबाजारी पर अंकुश लगे लेकिन यह क्या हो रहा है? सरकारी अनाज पहुंचाने वाले वाहन ही राशन अनाज की कालाबाजारी के आरोप में पकड़े जा रहे हैं। इस से यह साफ पता चलता है कि यातायात ठेकेदार भी इस कालाबाजारी में लिप्त है? अभी हाल ही में चिखली के पास एक ट्रक को पकड़ा गया था जिसमें राशन का अनाज कालाबाज़ारी में जा रहा था। चिखली के इस मामले में चिखली थाने में जिले के राशन अनाज के यातायात ठेकेदार पन्नालाल गुप्ता को भी आरोपी बनाया गया है। अब धाड में जो वाहन पकड़ा गया है वह भी इसी यातायात ठेकेदार का है। फिल्हाल धाड पुलिस ने केवल वाहन चालक को आरोपी बनाया है, जबकि इस मामले की जांच गंभीरता से हो तथा शासन नियमों की अनदेखी करने वाले यातायात ठेकेदार पर भी कड़ी कार्रवाई की होनी चाहिए।​

राशन कालाबाजारी के आरोप में पकड़ा गया वाहन है "द्वार पहुंच" योजना का, यातायात ठेकेदार की मनमानी पर ज़िला प्रशासन ने साधी चुप्पी | New India Times

नियमों को यातायात ठेकेदार का ठेंगा

बुलढाणा जिले के सभी तहसिल स्तरिय सरकारी राशन अनाज के गोदामों तक खामगांव के एफसीआई गोदाम से अनाज पहुंचाने का ठेका “श्रीनाथ ट्रांसपोर्ट अमरावती” को पिछले कुछ माह पूर्व दिया गया है। ठेकेदार ने अपने करारनामे में लिखा है कि वह शासन के सभी नियमों का पालन करेगा। कुछ महत्वपूर्ण नियम यह है कि वाहनों को हरा रंग मारा जाए, वाहनों के क्रमांक की यादि जिलाधीश को सुपुर्द की जाए। यदि अनाज ढोते समय किसी वाहन में कोई तकनीकी खराबी आए और उसकी जगह कोई दूसरा वाहन इस्तेमाल में लिया जाए तो उसकी लिखित अनुमति प्रशासन से लें। वाहनों पर स्पष्ट और बड़े शब्दों में लिखा हो “सार्वजनिक वितरण प्रणाली”, इस प्रकार के नियमों का पालन ठेकेदार द्वारा किया जाना जरूरी है, किंतु धाड पुलिस ने जिस वाहन को पकड़ा है वह बुलढाणा तहसील के गोदाम से जुड़ा हुआ है जो तहसील के राशन दुकानों तक “द्वार पहुंच योजना” का अनाज ले जाता है। इस वाहन की बॉडी को केवल एक हल्का सा हरा पट्टा मारा गया है तथा वाहन पर कहीं भी “सार्वजनिक वितरण प्रणाली” नहीं लिखा गया है। इस से यह स्पष्ट होता है कि यह वाहन जरूर अनाज की कालाबाजारी के लिए इस्तेमाल में लाया जा रहा है। इस प्रकार यातायात ठेकेदार द्वारा सरकारी नियमों की अनदेखी की जा रही है जिसका जिलाधीश को कड़ा संज्ञान लेना चाहिए।

धाड पुलिस द्वारा राशन के अनाज की कालाबाजारी के आरोप में जो वाहन पकड़ा गया है वह वाहन “द्वार पहूंच योजना” के लिए इस्तेमाल किया जाता है, इसकी पृष्टि इस बात से होती है कि इस वाहन का नंबर हमारे पास मौजूद “द्वार पहुंच योजना” के वाहनों की यादी में मौजूद है। धाड परिक्षेत्र के राशन दुकानों की जांच के आदेश दे दिए गए हैं: सुरेश बगले, तहसीलदार, बुलढाणा


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