अशफाक कायमखानी, ब्यूरो चीफ, जयपुर (राजस्थान), NIT:
सीकर जिले के दांतारामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के धीरजपुरा गांव में 15 दिसम्बर को शहीद की प्रतिमा अनावरण समारोह में स्थानीय कांग्रेसी विधायक वीरेन्द्र सिंह द्वारा हालही में तीनों सैनाओं के प्रमुख रावत हेलीकॉप्टर हादसे पर दुख व्यक्त करते हुये सरकारी तंत्र की विफलता बताते हुये कुछ हादसों से राजनीतिक फायदा उठाने का आरोप एक दल पर लगाने के बाद बवाल मचा हुआ है.
जिले के तेज तर्रार व जनता के मध्य हरदम रहने वाले विधायक वीरेन्द्र सिंह के बुधवार को एक कार्यक्रम में इस संबंध में दिए बयान पर कायम रहते हुए मीडिया से कहा कि उन्होंने आम नागरिक के हिसाब से यह सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि तीनों सेना के अध्यक्ष का हेलीकॉप्टर के साथ ऐसा हादसा हो जाता है तो फिर शादी ब्याह आदि के लिए आने वाले हेलीकॉप्टर की सुरक्षा कौन करेगा? उन्होंने कहा कि वह इसे साजिश नहीं कहते लेकिन यह सरकारी तंत्र की विफलता है।
उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान में राष्ट्र के प्रति भावना होती है और उनमें भी राष्ट्र के प्रति भावना है, चाहे सरकार किसी की भी हो देश के हित की बात हो तो साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि बुधवार उनके बयान को विवादित बयान बताया गया जिस पर उन्हें तकलीफ हुई कि मैंने ऐसा क्या बोला। उन्होंने कहा कि मैंने किसी पार्टी को निशाना नहीं बनाया और ना ही अपने फायदे के लिए ऐसा बोला है.
इससे पहले विधायक ने बुधवार को एक शहीद प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा था कि हमारे यहां का फौजी भाई शहादत से पीछे नहीं हटता है, हमारा फौजी राजनीतिक षड़यंत्र के फायदे के लिए शहीद होता है जिसको देखकर मन को दुख होता है, टीस होती है.
उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव से पहले जनता में एक भाजपा विरोधी लहर थी लेकिन उस वक्त अजीब संयोग हुआ कि पुलवामा में एक हमला हो गया और चारों तरफ राष्ट्रभक्ति की भावना जगी और सरकार बहुमत के साथ जीतकर सत्ता में लौटी. वहीं बिहार चुनाव से पहले भी 18 जवान शहीद हुए, ऐसे में अब अजीब संयोग है अब यूपी चुनाव से पहले सीडीएस बिपिन रावत का यह हादसा हुआ।
उधर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने इसकी निंदा करते हुए कहा है कि यदि कांग्रेस पार्टी के पास कोई प्रमाण है तो देश के सामने रखे। विधायक वीरेंद्र सिंह के दिये गये भाषण पर भाजपा हमलावर नजर आ रही है।
कुल मिलाकर यह है कि शेखावाटी जनपद सैनिक व वीरों की धरती है। यहां धनूरी जैसे छोटे से गांव में सभी वार विधवाएं मौजूद हैं। अक्सर यहां के जवानों के शहीद होने की खबरें आती रहती हैं। हाल ही एक हफ्ते में झूंझुनू जिले में तमिलनाडु में सीडीएस रावत के हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद हुये एक जवान सहित दो शहीद हो चुके हैं। क्षेत्र में गांव -ढाणियों से गुजरते समय शहीदों की लगी प्रतिमाएं यहां के वीर गाथाओं को ब्यां करती दिखाई देती हैं.
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