सद्दाम हुसैन, लखनऊ (यूपी), NIT:
कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए दूसरे राज्यों से उत्तर प्रदेश के गांवों में पहुंचे लोगों को क्वॉरेंटाइन किया जाएगा ऐसा सरकार का आदेश है लेकिन मोहनलालगंज प्रशासन ने सरकार के आदेशों को दरकिनार करते हुए बीकानेर राजस्थान से सिसेंडी में पहुचे 41 लोगों को प्रशासन ने लापरवाही के साथ कस्बे के बीचोबीच में बने प्राथमिक विद्यालय में क्वॉरेंटाइन किया। प्रशासन की इस लापरवाही से हजारों कस्बे वासियों की जान जोखिम में पड़ सकती है।
मोहनलालगंज तहसील क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत सिसेंडी में कल दोपहर को कुल 41 लोग बीकानेर राजस्थान से आकर गांव में प्रवेश करना चाह रहे थे लेकिन खबर लगते ही गांव के समाजसेवी प्रदीप सिंह, पूर्व प्रधान राजेश जायसवाल, राजा बाथम, विकास बाथम, असगर अली व गांव के तमाम लोगों ने अम्बालिका काॅलेज के पास ही रोक लिया और तुरंत मोहनलालगंज उपजिलाधिकारी पल्लवी मिश्रा व थाना प्रभारी गऊदीन शुक्ला को सुचना दी गई। सूचना देने के बावजूद भी कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुचे जिसके बाद चौकी इंचार्ज सिसेंडी मौके पर पहुंच कर सभी बाहरी व्यक्तियों को अपने कब्जे में लेकर ग्राम प्रधान को बुलाकर उनके सुपुर्द किया। प्रधान ने गांव के बीचों बीच बने प्राथमिक विद्यालय में क्वॉरेंटाइन के लिए रखा गया जिसमें गंदगी का अम्बार पहले से है। बीच गांव में रोकने से गांव के लोगों ने नाराजगी जाहिर की जबकि गांव के बाहर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, पशु चिकित्सालय, साधन सहकारी समिति जैसी कई बिल्डिंग हैं। गांव के लोगों का कहना की गांव के बाहर बनी बिल्डिंगों में ही इन्हें रोकना चाहिए था।
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