आसिम खान, ब्यूरो चीफ, छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:
छिंदवाड़ा जिला के अमरवाड़ा के पिपरिया भारती गांव के तालाब में एक वृद्ध महिला को जिंदा बोरी में भरकर तालाब में फेंकने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। शव बरामदगी के दूसरे दिन पुलिस पड़ताल में यह बात सामने आई है। पुलिस पूछताछ में मृतका झीनीबाई पति अतरू उईके (85) की बेटी फूलवती पति सतरू भलावी (50) ने अपनी मां को जिंदा बोरी में भरकर तालाब में फेंकने की बात कुबूल की है। अपने बेटे बजरंग उर्फ पंजी के साथ मिलकर उसने इस वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी फूलवती ने इसके पीछे कारण बुजुर्ग मां की बीमारी और सेवा से पीछा छुड़ाना बताया है। गौरतलब है कि शनिवार को शव प्राप्त होने के बाद फूलवती और उसकी बेटी सरीता ने अंत्येष्टि की व्यवस्था नहीं होने की वजह से वृद्धा का शव बोरी में बंद कर तालाब में फेंकने की जानकारी पुलिस को दी थी।
पुलिस ने बताया कि फूलवती ने बयान दिया है कि लगभग दस दिन पूर्व भांज दामाद ने रानीकामथ में रहने वाली मां झीनीबाई को उनके घर लाकर छोड़ दिया था। मां हमेशा बीमार रहती थी। मेरे बेटे बजरंग उर्फ पंजी ने कहा कि कौन इसकी सेवा करेगा। चल इसको ले जाकर तालाब में फेंक देते हैं। 8 फरवरी की सुबह लगभग 5 बजे दोनों ने मिलकर मां को जिंदा ही बोरी में भरा और ले जाकर तालाब में फेंक दिया। पुलिस ने फूलवती और उसके बेटे बजरंग के खिलाफ धारा 302, 201, 34 के तहत मामला दर्ज कर आरोपी फूलवती को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं घटना के बाद से बजरंग उर्फ पंजी फरार था जिसे रविवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया गया है।
डॉक्टरों की टीम ने मृतका झीनीबाई का पीएम किया, चिकित्सकों ने पीएम रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि वृद्धा की मौत पानी में डूबने की वजह से हुई है। पीएम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मृतका की बेटी से पूछताछ की तब मामले का खुलासा हुआ। शनिवार को घटना के सामने आने और शव बरामद होने के बाद मृतका की बेटी और नाती द्वारा शव तालाब में फेंके जाने की बात सामने आई थी। पुलिस ने मृतका की बेटी और उसके नाती को आरोपी बनाया है।
क्या कहते हैं अधिकारी…
मृतका की पीएम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उसकी मौत पानी में डूबने से हुई है। बेटी से पूछताछ में मामला खुलकर सामने आया है।
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