अशफाक कायमखानी, जयपुर (राजस्थान), NIT:
श्री क्षात्र पुरुषार्थ फाऊंडेशन द्वारा राजपूत व कायमखानी बिरादरी के शुरुआत से सांस्कृतिक, सामाजिक, पारिवारिक व ऐतिहासिक चले आ रहे आपसी सबंधो को और अधिक मजबूत व मधुर बनाने के लिये जयपुर के झोटवाड़ा इलाका स्थित संघ शक्ति कार्यलय मे दोनों बिरादरी के प्रतिनिधियों की एक अहम बैठक भगवान सिंह रोलसाहबसर की कयादत में आयोजित हुई।
मूलतः राजपूत समुदाय के मोटेराव चौहान के पुत्रों द्वारा इस्लाम धर्म अपनाने के बाद उनके वंशज कायमखानी बिरादरी व राजपूत समुदाय के एक ही खून होने के कारण आपसी भाषा, रहन-सहन व रीतिरिवाजों के मुताबिक आज भी काफी नजदीक माना व समझा जाता है। इसलिए आज के माहौल को देखते हुये श्री क्षात्र पुरुषार्थ फाऊंडेशन के संयोजक यशवर्धन सिंह राठौड़ झेरली की पहल पर आयोजित उक्त बैठक में भगवान सिंह रोलसाहबसर ने दोनों बिरादरियों की एकता व मिलकर काम करने पर जौर दिया। वहीं कायमखानी बिरादरी के प्रतिनिधि व राजस्थान वक्फ बोर्ड के चैयरमैन खानू खां बूधवाली ने इस तरह के समाजी मेल-मिलाप के कार्यक्रम को आगे बढ़ाने पर जोर दिया।
राजपूत की तरह राजस्थान की कायमखानी बिरादरी की बहुतायत शेखावाटी व मारवाड़ में है। उसी तरह यूपी में भी मुस्लिम राजपूत बिरादरी अहम किरदार अदा करती है। राजस्थान की कायमखानी बिरादरी की तरह ही यूपी की मुस्लिम राजपूत बिरादरी के व्यक्तियों के नाम एक जैसे पाये जाते हैं। यूपी के रहने वाले व बीबीसी के सीनियर पत्रकार रहे कुर्बान अली व बसपा सांसद कुवंर दानिश अली भी मुस्लिम राजपूत बिरादरी से ताल्लुक रखते हैं।
उक्त राजपूत व कायमखानी बिरादरी के प्रतिनिधियों की समपन्न सफल मीटिंग मे भगवान सिंह रोलसाहबसर, खानू खान बूधवाली, यशवर्धन सिंह राठौड़ झेरली, डाॅ. इकराज नबी खान, इदरीस खान जाबासर सहित सैंकड़ों प्रतिनिधि मौजूद थे।
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