अकबरपुर आरपीएफ के जवानों ने पेश की ईमानदारी की मिसाल, आरपीएफ इंस्पेक्टर ने अपनी ईमानदारी का तोहफा लेने से भी किया इन्कार | New India Times

गणेश मौर्य, ब्यूरो चीफ, अंबेडकरनगर (यूपी), NIT:

अकबरपुर आरपीएफ के जवानों ने पेश की ईमानदारी की मिसाल, आरपीएफ इंस्पेक्टर ने अपनी ईमानदारी का तोहफा लेने से भी किया इन्कार | New India Times

अकबरपुर रेलवे स्टेशन के आरपीएफ ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है। आज के समय में जहां पर ज्यादातर लोगों को चंद रुपयों के लिए ईमान खोते देखा जा रहा है वहीं पर अकबरपुर रेलवे स्टेशन के आरपीएफ इंस्पेक्टर नसीम खान और कांस्टेबल विनोद यादव ने ईमानदारी की जबरदस्त मिसाल पेश करते हुए एक महिला यात्री के लाखों के जेवर सही सलामत वापस किया।
दरअसल महिला उर्मिला सोनी कोलकाता से बनारस के लिए ट्रेन संख्या 13009 दून एक्सप्रेस से सफर कर रही थी जिनका बैग गाड़ी में ही छूट गया, महिला ने तत्काल हेल्पलाइन 182 पर सूचना दी, ट्रेन बनारस से छूट चुकी थी, अकबरपुर आरपीएफ को सूचना दी गई कि सीट नंबर 5,6,8,16,64 सीट के नीचे महिला का बैग छूट गया है। इंस्पेक्टर नसीम खान और कांस्टेबल गजेंद्र सिंह ने गाड़ी की तलाशी ली तो संबंधित कोच में बैग सही सलामत मिला, फिर रेलवे पुलिस द्वारा महिला को बैग मिलने की जानकारी दी गई और महिला के आने पर जब बैग खोला गया तो लगभग ₹400000 के जेवर सोने का हार, कंगन, चैन, मंगलसूत्र, झुमकी सुरक्षित मिले। अपनी बेटे के साथ आई महिला ने आरपीएफ जवानों को ईमानदारी का तोहफा देना चाहा मगर इंस्पेक्टर नसीम खान ने तोहफा लेने से मना कर दिया। खुशी से गदगद महिला ने ईमानदारी की खूब सराहना की। उर्मिला सोनी ने बताया कि आरपीएफ से फोन आने पर उनको पता चला कि हमारा सामान सुरक्षित पड़ा है मगर हमें यह तनिक भी भरोसा नहीं था कि अंदर रखे हुए जेवर सुरक्षित होंगे लेकिन आभूषण जो कि हमको सुरक्षित प्राप्त हो गए। जिस तरह से रेलवे की पुलिस ने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए हमारे सामान को सही सलामत वापस किया है यह बहुत ही काबिले तारीफ है और हम लोग आरपीएफ अकबरपुर को बहुत-बहुत धन्यवाद व साधुवाद देते हैं।


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