मकसूद अली, ब्यूरो चीफ यवतमाल (महाराष्ट्र), NIT:
जिले में जादातर एसटी बसेस की हालत खराब है, इन बसों की वजह से दुर्घटनाओं को न्योता मिलता है साथ ही कई ग्रामीण क्षेत्र में बस की सुविधा उपलब्ध ना होने से छात्रों को बस से यात्रा करना मुमकिन नही होता, जिसके फलस्वरूप पास होने पर भी इन छात्रों को रोजाना 50 से 100 रूपये खर्च कर यात्रा करनी पडती है। ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों की यह समस्या दुर करने के लिए अब स्वयं जिलाधिकारी ध्यान दें, ऐसी मांग यवतमाल जिला महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्षा माधुरी वसंतराव अराठे ने की है। उन्होंने ने संवाददाता से ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों की समस्याओं पर चर्चा करते हुए यह बात कही. उन्होने आगे बताया की गत कुछ वर्षो से शहर समेत ग्रामीण क्षेत्र में एसटी महामंडल द्वारा भेजी जा रही बसेस की हालत काफी गंभीर रहती है, वे कभी भी रास्ते बंद पड सकती है, स्कुली छात्रो की सुरक्षा के लिए भी इनमे इंतेजाम नही रहता. ग्रामीण क्षेत्र के छात्र मानव विकास मिशन की स्कुल बससे यात्रा करते है, लेकीन कई गावों मे यह बस नही पहुचती तब अन्य लाल बस में यात्रा करने पर उन्हे पैसे खर्च करने पडते है. कई बार तो बस नही रूकने से छात्रो को काफी देर तक दुसरी बस का इंतजार करना होता है. इस बात को ध्यान मे लेकर स्पेशल बस छात्रो के लिए मुहया करानी चाहिए ऐसा भी इस समय माधुरी अराठे ने बताया है।
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