मैलानी रेंज़ के वन रक्षक सुखपाल सिंह हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, दो हत्यारोपियों में से एक गिरफ्तार | New India Times

वी.के.त्रिवेदी, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:

मैलानी रेंज़ के वन रक्षक सुखपाल सिंह हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, दो हत्यारोपियों में से एक गिरफ्तार | New India Times

उत्तर प्रदेश के जनपद लखीमपुर खीरी के मैलानी थाना क्षेत्र में बहुचर्चित वन रक्षक सुखपाल सिंह हत्याकांड में पुलिस और क्राइम ब्रांच ने मामले का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

दिनांक 19/10/2018 को वन रक्षक सुखपाल सिंह रात्रि गश्त पर निकला था कि शाम 7.30 बजे पसियापुर मोड़ से पहले अभियुक्त जसवंत भार्गव पुत्र रमेश व रमेश भार्गव पुत्र दुर्गा निवासी पसियापुर की वन रक्षक से जंगल से लकड़ी चोरी करने को लेकर कहासुनी हो गई। इस बात से क्षुब्ध होकर रमेश भार्गव ने पीछे से सुखपाल के सिर पर कुल्हाड़ी से वार कर दिया जिससे सुखपाल मोटरसाइकिल से नीचे गिर गया उसके बाद अभियुक्त जसवंत द्वारा भी कुल्हाड़ी से सुखपाल के सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी थी। विगत दिवस सुबह 6.30 बजे वांछित अभियुक्त जसवंत भार्गव पुत्र रमेश भार्गव निवासी पसियापुर को जोखेपुर तिराहे से पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया और अभियुक्त जसवंत भार्गव की निशानदेही पर हत्या से सम्बंधित आला कत्ल एक अदद कुल्हाड़ी पुलिस द्वारा बरामद कर ली गई है। जबकि दूसरा अभियुक्त रमेश भार्गव अभी घटना के बाद से फरार है ।

घटना के सम्बन्ध में थाना मैलानी में मु0अ0स0 350/18 धारा 302 IPC बनाम अज्ञात पंजीकृत हुआ था ।

दोनों अभियुक्तों का है पुराना आपराधिक इतिहास।

1. मुकदमा अपराध संख्या 350/18 धारा 302 IPC थाना मैलानी ( खीरी ) बनाम जसवंत भार्गव , रमेश भार्गव

2.रमेश भार्गव के विरुद्ध गोला कोतवाली में 302 IPC में मुकदमा पंजीकृत है । जिसमे अभियुक्त 10 वर्ष तक जेल में रहा है ।

3.मु0अ0स0 8/18 धारा 26,41,42 F. ACT बनाम जसवंत भार्गव , रमेश भार्गव , लल्ला उर्फ अमरीक ।
इसके अलावा भी वन विभाग के अन्य अभियोग भी पंजीकृत है । जिनकी जानकारी पुलिस द्वारा की जा रही है ।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading