रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:

केशव इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित अभिभावक–शिक्षक बैठक (PTM) के साथ विद्यार्थियों द्वारा तैयार की गई वस्तुओं की एक आकर्षक प्रदर्शनी लगाई गई। इस प्रदर्शनी में विद्यार्थियों ने अपने हाथों से बनाए हुए दीये और मूर्तियाँ प्रदर्शित कीं और विक्रय के लिए रखीं। प्रत्येक रचना में बच्चों की सृजनशीलता, मेहनत और भारतीय संस्कृति के प्रति प्रेम झलक रहा था। दीये और मूर्तियाँ पद्मश्री सम्मानित रमेश परमार के मार्गदर्शन में तैयार की गईं।

अभिभावकों ने उत्साहपूर्वक स्टॉलों का भ्रमण किया, बच्चों से संवाद किया और उनके प्रयासों की सराहना की। अभिभावक श्याम अग्रवाल ने कहा — “बच्चों के हाथों से बनी इतनी सुंदर वस्तुएँ देखकर हमें गर्व महसूस हुआ।”
डॉ. जतिन भार्गव ने कहा — “आज हमें एहसास हुआ कि विद्यालय केवल पढ़ाई पर ही नहीं, बल्कि बच्चों के संपूर्ण विकास पर भी ध्यान देता है।”

विद्यालय परिसर पूरे दिन स्वदेशी भावना और त्योहारी उल्लास से भरा रहा। विद्यालय प्राचार्या श्रीमती शालू जैन ने बताया, “हमारा उद्देश्य अकादमिक प्रगति के साथ विद्यार्थियों में सृजनशीलता, आत्मनिर्भरता और भारतीय संस्कृति के प्रति गौरव की भावना जगाना है।”

विद्यालय संचालक अथर्व शर्मा एवं मयंक रूनवाल ने कहा कि “विद्यालय का यह प्रयास ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘स्वदेशी अपनाओ’ के संदेश को सार्थक रूप से आगे बढ़ा रहा है। यह प्रदर्शनी आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण कदम है।”

प्रदर्शनी में उप-प्राचार्य जितेंद्र खतेड़िया तथा शिक्षक नवीन सोनी और संदीप अन्तरोल का विशेष सहयोग रहा। अभिभावकों ने विद्यालय प्रशासन की इस पहल की सराहना की और कहा कि इस प्रकार की गतिविधियाँ बच्चों को जीवन के हर क्षेत्र में आत्मविश्वास और गर्व के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं।
