मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश में आज भी हालात विचार करने योग्य है। शिक्षा सेवा से व्यवसाय बन गया है। ड्रेस से लेकर किताबें स्कूलें बेच रही। जिसके मामले आए दिन सामने आते हैं। पालक महासंघ मध्यप्रदेश पालकों और विद्यार्थियों के हित में शिक्षा माफिया के खिलाफ़ लगातार आवाज़ उठाता रहा है। आगे की कार्ययोजना के लिए इंदौर संभाग की बैठक रविवार को गांधी हॉल परिसर इंदौर में प्रदेश अध्यक्ष कमल विश्वकर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। अपने वक्तव्य में कमल विश्वकर्मा ने कहा कि प्रदेश में लगभग 485 इकाईयों के गठन का लक्ष्य के विरुद्ध 285 इकाईयों का गठन हो चुका है। अब समय के अनुसार आवश्यकता है तहसील और नगर से ग्रामीण तक जागरुकता लाने की।
शासन द्वारा बनाए गए नियमों की जानकारी के अभाव में पालक परेशान हो रहे हैं। संस्था के राजेश भगत और धर्मेंद्र सोनी ने बताया कि हमारी आगे की रणनिती तहसील और नगर कार्यकारिणी का गठन कर विद्यार्थियों और पालकों कि सहायता करना है। धर्मेंद्र सोनी ने कहा इस लिंक https://dplmp.in के माध्यम से पालक स्कूलों की फीस की सही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। वहीं मीटिंग में बुरहानपुर जिले से शामिल हुए प्रतिनिधियों ने बताया कि हमारी आगे की रणनीति तहसील और नगर कार्यकारिणी का गठन कर विद्यार्थियों और पालकों की सहायता करना है।
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